उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ बागी तेवर अपनाकर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में शिवसेना के कई विधायक असम के गुवाहाटी (Guwahati, Assam) पहुंचे थे, जहां सभी लोग एक रिसोर्ट में रुके हुए थे। अब जब एकनाथ शिंदे (Maharashtra CM Eknath Shinde) बागी विधायकों और भाजपा के समर्थन से सीएम बन चुके हैं तो फिर अपने नेताओं के साथ असम के गुवाहाटी पहुंचे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में फ्लाइट में बैठे विधायकों के साथ खुद एकनाथ शिंदे भी नजर आ रहे हैं।

गुवाहाटी पहुंचे एकनाथ शिंदे और समर्थक विधायक

उद्धव ठाकरे से बगावत कर शिवसेना के विधायक जब गुवाहाटी में बैठे हुए थे, लगभग सभी विधायक माँ कामख्या देवी (Kamakhya Temple) के दर्शन करने पहुंचे थे। वहीं अब जब सफलतापूर्व सरकार बन गई है तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde, Guwahati) के साथ 40 विधायक और सांसद मुंबई से गुवाहाट, विशेष विमान से पहुंचे। जहां वह करीब 200 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और मां कामाख्या देवी की पूजा अर्चना भी किया।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

@sukanta_skr यूजर ने लिखा कि यदि यह नाटक चलता रहा तो मुझे संदेह है कि ये लोग आम लोगों की सेवा कब करेंगे, जिसके लिए वह चुने गए हैं। @Taltos2020 यूजर ने लिखा कि अब क्यों असम जा रहे हैं, अब इन्हें कौन खरीद कर रहा है? @PramodS73582170 यूजर ने लिखा कि महाराष्ट्र में खसरा फैल रहा है और ये लोग जनता के पैसे पर मौज उड़ा रहे हैं। है कोई इनसे पूछने वाला ?

@SanjayM51216258 यूजर ने लिखा कि गुजरात और दिल्ली में असम के मुख्यमंत्री आ-जा रहे हैं, असम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और विधायक आ रहे हैं, चल क्या रहा है? उनके पास मुंबईकरों की रोज़मर्रा की समस्याओं को हल करने का समय नहीं है, वाह मोदीजी क्या मास्टर स्ट्रोक है। @mishra_dileep यूजर ने लिखा कि आजकल की राजनीति में ऐसी मॉकड्रिल चलती रहनी चाहिए, क्या पता कब सच में ये सब करना पड़े। @ccredited_ यूजर ने लिखा शहीद दिवस मनाने की जगह सरेंडर दिवस मना रहे हैं।

गौरलतब है कि शिवसेना (Shivsena) से बगावत कर महाविकास आघाडी (Mahavikas Aghadi) सरकार को गिराने के लिए एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ सूरत होते हुए गुवाहाटी पहुंच गए थे। गुवाहाटी में होटल में रहने के दौरान उन्होंने कामाख्या देवी मंदिर (Kamakhya Temple) में पूजा अनुष्ठान किया था। अब एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम बन गए हैं तो अपने सभी समर्थक विधायकों और सांसदों के साथ वह कामाख्या देवी मंदिर दर्शन करने लिए पहुंचे!