अपनी कविताओं से सभी का दिल खुश करने वाले डॉक्टर कुमार विश्वास सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। आए दिन वे ट्विटर पर अपनी कविताओं और शेरों से अपने प्रशंसकों को खुश करते रहते हैं। हाल ही में कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक शेर लिखा है, जिसे पढ़कर लोग उन्हें डॉक्टर के पास जाने की सलाह दे रहे हैं। कुमार विश्वास ने लिखा, “दर्द होता है बैठ जाता हूं, बैठता हूं तो दर्द होता है।” कुमार विश्वास द्वारा ट्वीट किया गया यह शेर पाकिस्तान के जाने-माने लेखक, स्कॉलर और फिलॉसफर जॉन एलिया का है।
कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लोग उनका काफी मजाक उड़ा रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने कुमार विश्वास के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “आप अपना समुचित इलाज कराएं।” एक ने लिखा, “डॉक्टर को दिखाओ।” एक ने लिखा, “किसके द्वारा कहां पर बिठाया जा रहा है मासूम कविराज को।” एक ने लिखा, “चेकअप करवाओ, पाइल्स हो सकता है।” एक ने लिखा, “लखनऊ की रूमानी धरती पर कविवर किस दर्दे दास्तां की बात कर रहे हैं, कहीं ‘दिल’ दिल्ली में तो नहीं और ‘रूह’ लखनऊ में तो नहीं।” एक ने लिखा, “पाइल्स की बीमारी तो नहीं है सर।”
दर्द होता है बैठ जाता हूँ ,
बैठता हूँ तो दर्द होता है..! (जॉन एलिया) pic.twitter.com/WLX1jx18Fu— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 15, 2018
आप अपना समुचित इलाज़ करायें ।
— vivek (@vs1009_vivek) March 15, 2018
Dr को दिखाओ…!!!!!
— KIRTI BAKORIYA(Communists r Curse ) (@bakoriya_kirti) March 15, 2018
किसके द्वारा कहाँ पे बिठाया जा रहा है मासूम कविराज को.
— Nikhil (@nikhil________) March 15, 2018
Checkup krwao…piles ho skta hai
— Inder bhati (@sonubhati4u) March 15, 2018
लखनऊ की रूमानी धरती पर कविवर किस दर्दे दास्ताँ की बात कर रहे है कहीं “दिल” दिल्ली तो नहीं और “रूह” लखनऊ में तो नहीं।
— Rajesh Srivastava (@rajeshspatwa) March 15, 2018
पाइल्स की बीमारी तो नहीं है सर
— मारवाड़ी बनिया (@kamlesh_jain90) March 15, 2018
आपको बता दें कि हाल ही में कुमार विश्वास ने उनकी कविताओं के साथ छेड़छाड़ करने वालों को इशारों ही इशारों में जमकर लताड़ लगाई थी। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “कुछ बच्चों ने मेरी प्रसिद्ध कविता के प्रति समर्पित अश्लील रचनात्मक क्रिया की है। इन फर्जी हैंडल्स के महाफर्जी मालिक को तो आप पहचान ही गए होंगे! ‘इतने सारे दास तुम्हारे, सिर्फ हमारा किस्सा गाएं? एक जख्म पर इतने मरहम? घाव पुराने खुल ना जाएं’।” यह गुस्सा कुमार विश्वास ने उस ट्वीट के बाद दिखाया था, जिसमें उन्हें एक किताब के साथ दिखाया गया था और उस पर दिए गए शीर्षक में आपत्तिजनक बातें लिखी गई थीं।