भारत और कनाडा के बीच लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है, एक तरफ जहां कनाडा ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी की हत्या का आरोप लगाकर एक अधिकारी को वापस भेजने के फैसला किया तो वहीं भारत ने भी करारा जवाब दिया है। भारत विदेश मंत्रालय ने कनाडाई उच्चायुक्त को तलब किया और एक कनाडाई उच्च अधिकारी को वापस भेजने का आदेश जारी किया। इस पूरे विवाद पर कवि कुमार विश्वास की भी टिप्पणी सामने आई है।
कुमार विश्वास ने बिना किसी का नाम लिए X पर पोस्ट किया, ‘भारत का दुश्मन चाहे सात समंदर पार कहीं भी छुपकर बैठे या किसी आतंकवाद-समर्थक देश का आश्रय पाए, उसका हिसाब तो किया ही जाएगा। भारत की इस नीति पर कोई वोटों का लालची नेता अपने देश में छाती कूटे या उन आतंकियों का कोई भी आत्ममुग्ध बौना समर्थक भारत में रहकर शोक मनाए, भारत को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।’
कुमार विश्वास के X पोस्ट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
@SpeaksShivam ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘कवि जी आप कह रहे हैं “हिसाब किया जाएगा चाहे जहां छुप कर बैठे हो।” भारत सरकार कह रही है- “कनाडा PM के बयान को हम सिरे से खारिज करते हैं, ट्रूडो का बयान बेतुका है” सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए क्या-क्या करेंगे आप? क्या आपको भारत की सरकार पर भरोसा नहीं?’ संतोष नाम एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘ऐसे मुद्दे जिन पर निशाना सीधे “आत्ममुग्ध -बौने” पर लगता हो, उस पर कवि कुमार विश्वास जी जरूर लिखते/बोलते हैं। मेरा मानना है इश्क/मुश्क और राजनीति में सब कुछ जायज मानकर आपको भी पुरानी बातें भूल जाना चाहिए।’
अमरनाथ कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘फिर पकिस्तान में बैठे हाफीज सईद कैसे बचा हुआ है? दाऊद इब्राहिम को क्यों छोड़ रखा है? बैंको के पैसा लूटकर भागने वाले नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चौकसी कैसे बचा हुआ है?’ एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘जब सरकार कह रही है कि हमने तो कुछ किया ही नहीं तो आप क्यों इस तरह के ट्वीट कर रहे हो, क्यों आपको सरकार पर विश्वास नहीं है।’
बता दें कि विदेश मंत्रालय ने कनाडा पीएम के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा, ‘इस तरह के निराधार आरोप खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं, जिन्हें कनाडा में आश्रय दिया गया है और जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं। इस मामले पर कनाडाई सरकार की निष्क्रियता लंबे समय से और निरंतर चिंता का विषय रही है।’
