उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी आए दिन निशाना साधते रहते हैं। सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहने वाले केशव प्रसाद मौर्य ने केजरीवाल पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि वह अंगूठा टेक नहीं हैं, उसके बावजूद फाइलों पर दस्तखत नहीं करते हैं। केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने कई तरह के रिएक्शन दिए हैं।

केशव प्रसाद मौर्य का ट्वीट

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से लिखा, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी अंगूठा टेक नहीं हैं, फिर भी सरकारी फाइलों पर दस्तखत नहीं करते।’ केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किए गए इस ट्वीट पर कुछ सोशल मीडिया यूजर उनकी बातों का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग जमकर मजे ले रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

राम भरत सिंह नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि एक आईएस हस्ताक्षर क्यों नहीं करता, यह सोचने वाली बात है। अनीश नाम के ट्विटर यूजर पूछते हैं – आपने साइन करके क्या गजब कर दिया, कुछ है बताने लायक? आदेश कुमार नाम के ट्विटर यूजर द्वारा कमेंट किया गया कि कहने का क्या मतलब है? क्या हमारे यूपी के सीएम अंगूठा टेक हैं। अरुण सिंह नाम के एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, ‘ हमने भी अपने प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को पढ़ा लिखा समझा लेकिन उन से यूपी UPSSSC का एग्जाम कैलेंडर क्यों नहीं पढ़ा रहा जा रहा है। जिससे उनको याद आएगी अभी कौन-कौन सी परीक्षाएं करानी है।’

एक अन्य ट्विटर यूजर ने तंज कसते हुए लिखा कि उन्होंने अंगूठा लगाए बिना भी दिल्ली के स्कूलों की पूरी सूरत बदल दी और आप अपना स्कूल तक नहीं संभाल पा रहे हैं। बलदेव चतुर्वेदी नाम के यूजर कमेंट करते हैं – शायद उन्हें कहीं फंसने का डर मन में बैठा हो। संजय सिंह नाम के एक लीटर यूजर कमेंट करते हैं कि यह केजरीवाल जी बहुत पहुंचे हुए व्यक्तित्व के धनी हैं। केपी पाठक नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ केजरीवाल की तुलना आप मत करिए, आने वाले समय में वह प्रधानमंत्री होने वाले हैं। उनसे ज्यादा पढ़ा-लिखा शायद कोई भी बीजेपी में नहीं होगा।’

जानकारी के लिए बता दें कि मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई की छापेमारी के दौरान केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया था कि सीबीआई और ईडी की जांच पर सवाल खड़े करना विपक्षी फैशन बन गया है। जो गलत नहीं होगा वह किसी भी जांच का स्वागत करेगा। उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस, सपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं की बयानबाजी से लगता है कि दाल में कुछ काला है। जानकारी के लिए बता दें कि सिसोदिया के ठिकानों पर सीबीआई ने लगभग 14 घंटों तक जांच की थी।