समाजवादी पार्टी के मुखिया व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) उत्तर प्रदेश में हो रही अपराधिक घटनाओं को लेकर लगातार उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने हाल में ही एक ट्वीट के जरिए राशन कार्ड निरस्त करने के संबंध में बीजेपी पर हमला बोला था। उनके इस बयान पर यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने पलटवार कर कहा कि उन्हें डॉक्टर की जरूरत है।
यूपी डिप्टी सीएम ने किया पलटवार : केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयान पर कहा कि सरकार गरीबों को राशन दे रही है ना कि गुंडे और अपराधियों को लेकिन अखिलेश यादव गुंडों की वकालत करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गुंडों की वकालत करने की वजह से ही उनके पेट में दर्द हो रहा है। उन्हें किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाने की जरूरत है। सपा (SP) और बीजेपी (BJP) के बीच अंतर बताते हुए यूपी डिप्टी सीएम ने कहा कि हम गरीब की बात करते हैं, वह गुंडों की बात करते हैं।
यूपी सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर यूपी डिप्टी सीएम की ओर से दावा किया गया कि उनकी सरकार कानून व्यवस्था को लेकर बेहद सख्त है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि थाना, ब्लॉक और तहसील स्तर पर जो जिम्मेदार अधिकारी हैं, उनकी जिम्मेदारी तय की गई है। जिस थाने से ब्लॉक से अथवा तहसील से जिला मुख्यालय पर ज्यादा शिकायत आएगी। वहां के अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होगी और जो अच्छा काम करेंगे। उन्हें प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा।
राज ठाकरे पर दिया यह बयान : केशव प्रसाद मौर्य ने राज ठाकरे (Raj Thackeray) के अयोध्या आने पर कहा कि रामलला का दर्शन कोई भी कर सकता है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और समाजवादी संरक्षक का नाम लेते हुए कहा कि वह लोग भी दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि लेकिन उत्तर प्रदेश का अपमान कोई ना करे।
अखिलेश यादव ने बोला था हमला : सपा प्रमुख ने अपने टि्वटर हैंडल से एक वीडियो शेयर कर प्रधानमंत्री अनु योजना के तहत मिलने वाले फ्री राशन को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर तंज कसा था। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा था कि मुफ्त राशन देते समय तो कोई घोषणा नहीं हुई पर आप कुछ परिस्थितियों को शर्त रख कर राशन कार्ड को वापस कार्यालय में सरेंडर करने की मुनादी की जा रही है अन्यथा इन राशन कार्ड से लिए गए गेहूं, चावल, चना और नमक तक को बाजार भाव से वसूलने की धमकी दी जा रही है। चुनाव निकल गया पहचानते नहीं।