कर्नाटक उप चुनाव के दौरान एक दूसरे पर छींटाकशी मर्यादाओं को भी तार-तार कर रही है। एक ट्वीट में कांग्रेस ने पीएम मोदी को अंगूठा छाप बताया तो बीजेपी ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताई। हालांकि कांग्रेस नेता की पोस्ट को उनकी पार्टी के लोग भी सही नहीं बता रहे पर उनका कहना है कि वो इसी निंदा भी नहीं करने जा रहे।
दरअसल कर्नाटक कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया कि उन्होंने स्कूल बनाए पर मोदी कभी पढ़ने भी नहीं गए। कांग्रेस ने उम्रदराज लोगों के पढ़ने की भी व्यवस्था की पर मोदी ने वहां से भी कुछ सीखने की कोशिश नहीं की। अंगूठा छाप मोदी की वजह से देश के लोग आज कष्ट उठा रहे हैं। मोदी पर निशाना साधते हुए यह भी कहा गया कि कुछ लोग जो भिक्षा मांगकर जीवन यापन करते रहे हैं। बावजूद इसके कि भीख मांगने पर प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे लोग आम जन को भीख मांगने की तरफ धकेलने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, कांग्रेस की राज्य प्रवक्ता लावण्या बलाल ने ट्वीट में लिखी भाषा को सही नहीं बताया। उनका कहना है कि इसे लेकर जांच भी कराई जाएगी लेकिन फिर भी वह न तो इससे पीछे हटेंगी और न ही इस मसले पर कोई क्षमा याचना करेंगी। उधर, बीजेपी की प्रवक्ता मालविका अविनाश ने कहा कि कांग्रेस ही इस कदर नीचे गिर सकती है। उनका कहना था कि इस पर टिप्पणी करना भी वह उचित नहीं समझतीं।
https://twitter.com/INCKarnataka/status/1449986618182410245?s=20
गौरतलब है कि कर्नाटक में बीजेपी की साख दांव पर लगी है। येदियुरप्पा को हटाए जाने के बाद बोम्मई ने सूबे की कमान संभाली है। उनके कार्यकाल में यह पहला चुनाव है जिसमें बीजेपी अपना जोर दिखाने जा रही है। कांग्रेस दोनों सीटों को जीतने की पुरजोर कोशिश कर रही है, क्योंकि उसे लगता है कि 2023 से पहले मिली जीत पार्टी को नई ऊर्जा देगी।
दोनों दलों के बीच जोर आजमाइश लगातार चल रही है। बीते दिनों सीएम बोम्मई और कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के बीच भी ट्विटर पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला था। कांग्रेस नेता ने बीजेपी को सांप्रदायिक पार्टी बताते हुए कहा था कि बोम्मई ने केवल सीएम की कुर्सी हासिल करने के लिए बीजेपी का दामन थामा है। सीएम ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें किसी से सीख लेने की जरूरत नहीं है।