Kamal Nath Birthday Cake Video : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ (Kamal Nath) के जन्मदिन के लिए तैयार किए गए केक को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर कार्यक्रम का एक वीडियो (Video) सामने आया है। इस वीडियो में कमलनाथ मंदिर के आकार का केक काटते नजर आ रहे है। इसे बीजेपी (BJP) नेताओं घटिया बताते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। वहीं सोशल मीडिया यूज़र भी उन्हें ट्रोल (Troll) करते नजर आ रहे हैं।

18 नवंबर को है कमलनाथ का जन्मदिन

कमलनाथ का जन्मदिन (Kamal Nath Birthday) 18 नवंबर को आता है लेकिन अपने गृहनगर छिंदवाड़ा पहुंचे एमपी के पूर्व सीएम के दौरे के दौरान उनके समर्थकों ने पहले ही उनका जन्मदिन मनाया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कमलनाथ अपने समर्थकों के साथ मंदिर के आकार का केक काट रहे हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने साधा निशाना

कमलनाथ के वायरल वीडियो पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि, “कांग्रेसियों का भगवान की भक्ति से कोई लेना-देना ही नहीं है, यह बगुला भगत हैं। इनकी पार्टी कभी श्रीराम मंदिर का विरोध करती थी। यह सनातन परंपरा और हिंदू धर्म का अपमान है, जिसको यह समाज स्वीकार नहीं करेगा।’ एमपी सीएम (MP CM) के साथ बीजेपी (BJP) के कई नेताओं ने कमलनाथ पर हमला बोला है।

बीजेपी नेताओं ने बोला हमला

बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि,”कांग्रेसी नेता कमलनाथ द्वारा हनुमान जी की प्रतिमा का केक काटना, खाना और खिलाना एक घटिया हरकत है जिसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। यह सनातन धर्म और भारतीयों की आस्था का अपमान है। कमलनाथ जैसे लोग भगवान को नहीं मानते, ये धर्म का इस्तेमाल लोगों को लड़ाने-मरवाने के लिए करते हैं।” बीजेपी एमपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया – आज कमलनाथ की कथित हनुमान भक्ति का पाखण्ड फिर उजागर हुआ। हिंदू विरोधी कमलनाथ ने पूज्य हनुमान जी का चित्र लगा और मंदिरनुमा केक काटकर करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया है।

लोगों ने किया ट्रोल

कमलनाथ के वायरल वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स भी उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। यूजर्स इसे हिन्दू धर्म का अपमान बताते हुए कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। विनय शाह नाम के एक यूजर द्वारा कमेंट किया गया कि, ” सनातन धर्म के आराध्यों को तोड़ने और काटने का मंसूबा जब मुगलों का सच नहीं हो पाया, तो कमलनाथ का कैसे हो पाएगा। वो तो हिंदू धर्म की सहिष्णुता है, जो वे ऐसे कृत्य सह लेता है और गुनहगार बच जाते हैं।कमलनाथ को सनातन धर्म से माफी मांगनी चाहिए।” राघव नाम के एक यूजर लिखते हैं – हम सबकी भावनाओं को आहत करके ये कभी खुश नहीं रह पायेंगे, इनका अंत होना निश्चित है।