बॉलीवुड के दिग्गज चरित्र अभिनेता कादर खान फिलहाल कनाडा के एक अस्पताल में भर्ती हैं। सोशल मीडिया पर उनके निधन की खबर वायरल हो रही है, जो कि गलत है। खान के बेटे सरफराज ने पीटीआई से बातचीत में इसकी पुष्टि की। सरफराज बोले, “यह सब एक झूठ है। यह बस एक अफवाह है। मेरे पिता अस्पताल में हैं।” 81 वर्ष के वेटरन एक्टर को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद उन्हें कथित तौर पर नियमित वेंटिलेटर से बाइपैप वेंटिलेटर पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कादर खान को प्रोग्रेसिव सुपरन्यूक्लियर पाल्सी बीमारी है। इसमें व्यक्ति का शारीरिक संतुलन खोने लगता है। इसकी वजह से उठने, बैठने, चलने और बात करने में दिक्कत होती है। साथ ही व्यक्ति भूलने भी लगता है। कादर खान 300 से ज्यादा फिल्मों में अपनी अदाकारी का जौहर दिखा चुके हैं। 90 के दशक में उन्होंने गोविंदा के साथ कई हिट कॉमेडी फिल्मों में काम किया।


सरफराज ने एक बार मीडिया से बातचीत में बताया था कि बचपन में वह अपने पिता के साथ सेट पर नहीं जाते थे। कादर खान यह नहीं चाहते थे कि उनके बच्चे पढ़ाई छोड़कर फिल्मों में आएं। खान अपने बच्चों को फिल्मी मैगजीन पढ़ने से भी रोकते थे।
कादर खान ने फिल्म इंडस्ट्री में करीब चार दशक लंबे कॅरिअर में कई यादगार भूमिकाएं अदा की हैं। इसके लिए उन्हें विभिन्न अवार्ड्स से भी सम्मानित किया गया है। कादर खान ने तीन बार बॉलीवुड में सबसे प्रतिष्ठित माना जाने वाला फिल्मफेयर पुरस्कर जीता है। 1982 में 'मेरी आवाज सुनो' के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद, 1991 में 'बाप नंबरी बेटा दस नंबर' के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार, 1993 में 'अंगार' के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद का पुरस्कार कादर खान को मिला। इसके अलावा, नौ बार उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकन मिला।
कादर खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बार वो फिल्म 'मुकद्दर का सिकंदर' का स्क्रिप्ट लेकर फिल्म सेट पर पहुंचे तो अमिताभ बच्चन ने उन्हें कहा क्या कादर भाई एक सीन 16 पेज का आपने तो पूरी किताब ही लिख डाली है। दरअसल, कादर खान ने अमिताभ बच्चन जो गाने से पहले स्पीच देते हैं उसको 16 पेजों में लिखा था। कादर खान बताते हैं कि उस स्पीच में उन्होंने अपनी पूरी कहानी बयां कर दी थी। कादर खान ने जब इस स्पीच को अमिताभ को सुनाया तो उनके आंखों से आंसू निकल आए। इसके बाद अमिताभ ने कादर से कहा सर जी आप ग्रेट हो। मुझे इसी तरह की स्क्रिप्ट दिया करो, ताकि मेरा मन काम करने में लगता रहे।
कादर खान के हिंदी सिनेमा जगत में कदम रखने के पीछे एक्टर अशरफ खान का बहुत बड़ा योगदान है। वह अशरफ खान ही थे जिन्होंने पहली बार कादर खान को एक्टिंग करने का मौका दिया था। उन दिनों अशरफ खान वामक अजरा नाटक तैयार कर रहे थे। इस नाटक में एक यंग प्रिंस की जरूरत थी जो करीब 40 पन्नों की स्क्रिप्ट याद कर सके। वामक अजरा में कादर खान की एक्टिंग देखकर लोगों ने उनके लिए खड़े होकर तालियां बजाई थीं। उस वक्त कादर खान की उम्र महज 8-9 साल रही होगी। तब इस प्ले को देख रहे एक बुजुर्ग ने कादर खान की एक्टिंग से खुश होकर उनके सिर पर हाथ फेरकर अच्छे भविष्य के लिए दुआ की। साथ ही बुजुर्ग ने कादर खान को 100 रुपए का एक नोट तोहफे के रूप में दिया।
'दाग' से कॅरिअर शुरू करने के बाद कादर खान ने दिल दीवाना, गूंज, उम्रकैद, मुक्त, चोर सिपाही, मुकद्दर का सिकंदर और मि. नटरवरलाल जैसी फिल्मों में छोटी मगर अहम भूमिकाएं अदा कीं। राजेश खन्ना के साथ काम करके कादर खान को बॉलीवुड में पहचान मिली। इन दोनों ने एक साथ महाचोर, छैला बाबू, फिफ्टी फिफ्टी, नया कदम और नसीहत जैसी फिल्मों में काम किया।
कादर खान के साथ बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी काम कर चुके हैं। दोनों ने 'दो और दो पांच', 'मुक्कदर का सिकंदर', 'मिस्टर नटवरलाल', 'सुहाग', 'कुली' और 'शहंशाह' में साथ काम किया। बच्चन ने उनके स्वास्थ्य को लेकर ट्वीट भी किया, जिसमें कहा- कादर, कमाल के अभिनेता हैं। वह इस वक्त अस्पताल में हैं। मैं उनके जल्द ठीक होने की दुआ करता हूं। उन्हें स्टेज पर परफॉर्म करते हुए देखा है। अपनी फिल्मों में उनका स्वागत किया है। वह गणित के भी जानकार हैं।
पटकथा लेखक के तौर पर खान ने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्मों में काम किया। देसाई के साथ उन्होंने "धर्म वीर", "गंगा जमुना सरस्वती", "कुली", "देश प्रेम", "सुहाग", "परवरिश" और "अमर अकबर एंथनी" जैसी फिल्में कीं और मेहरा के साथ उन्होंने "ज्वालामुखी", "शराबी", "लावारिस", "मुकद्दर का सिकंदर" जैसी फिल्मों में काम किया।
काबुल में जन्मे कादर खान ने 1973 में राजेश खन्ना की फिल्म ‘‘दाग’’ के साथ फिल्मी दुनिया में पदार्पण किया था। खान ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों के लिए संवाद लिखे हैं। अभिनेता बनने से पहले वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म ‘‘जवानी दीवानी’’ के लिए संवाद लिख चुके थे।
कादर खान के साथ "दो और दो पाँच", "मुकद्दर का सिकंदर", "मिस्टर नटवरलाल", "सुहाग", "कुली’’ और "शहंशाह "जैसी फिल्मों में काम करने वाले महानायक अमिताभ बच्चन ने शुक्रवार को ट्विटर पर अनुभवी अभिनेता की सलामती और स्वस्थ होने की कामना की। बच्चन ने कहा, ‘‘"कादर खान ... अपार प्रतिभा के धनी अभिनेता व लेखक... अस्पताल में बीमार पड़े हैं... उनकी सलामती और जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थना और दुआएं... उन्हें मंच पर अभिनय करते देखा है, उनको प्रणाम करता हूं। उन्होंने मेरी फिल्मों के लिए शानदार लेखन किया। महान साथी, और भी बहुत कुछ....।"