बीजेपी नेता व नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार किया है। कांग्रेस नेता ने सिंधिया को गद्दार कहते हुए हमला बोला जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग हो गए हैं, उनकी पोल खोलना नहीं चाहता।
दिग्विजय ने शनिवार को गुना जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “मध्यप्रदेश में वर्ष 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस की सरकार तो बन गयी थी। सिंधिया जी चले गए छोड़कर और 25-25 करोड़ रुपये ले गए एक-एक विधायक का….अरे कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गए। इसका मैं क्या करूं।किसने सोचा था। जनता ने तो कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी।”
उन्होंने आगे कहा – इतिहास इस बात का साक्षी है। एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पर गद्दारी करती है। दिग्विजय के इस बयान पर सिंधिया ने कहा, ” उन पर मैं क्या कहूं… उनकी आदत ही यही है। मैं उनकी पोल खोलना नहीं चाहता क्योंकि मुझे उनके स्तर तक जाना नहीं है। जिस स्तर तक वह गए हैं उस पर मुझे अफसोस है।”
सिंधिया ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें कहीं तो कांटा चुभ रहा है इसलिए अंदर की भड़ास निकल रही है। उनके स्तर तक जाने की मेरी आदत नहीं है। सिंधिया परिवार का एक स्तर है जिसे मैं बनाए रखूंगा। वह जितना उकसाने की कोशिश करते हैं उससे उनकी स्थिति का पता चलता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने मुझ पर गद्दारी का आरोप लगाया है। मैं तो एक ही बात कहूंगा कि जो ओसामा को ओसामा जी कहे और जो यह कहे कि जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो 370 फिर से बहाल किया जाएगा। गद्दार कौन है यह बाद जनता तय करेगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
विजेंद्र सिंह (@vijendrasingh568) नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि जनता ने पूरे देश में कांग्रेस को हराकर यह तय कर दिया है कि गद्दार कौन है। नसीम शेख (@naseem588) नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि इस बात में कौन सी दो राय है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के साथ गद्दारी नहीं की है। गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के कई विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिसके बाद एमपी में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बन गई।