केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बेटे महाआर्यमन सिंधिया (Maha Aryaman Scindia) को हाल में ही ग्वालियर डिविजन क्रिकेट एसोसिएशन का उपाध्यक्ष बनाया जा रहा है। GDCA का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही सियासी पिच पर भी नजर आएंगे। इसी को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने उसका जवाब दिया।
दरअसल, पद ग्रहण करने के बाद महाआर्यमन सिंधिया पहली बार कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम पहुंचे थे। जहां उन्होंने जीडीसीए के पदाधिकारियों और कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में मौजूद जूनियर खिलाड़ियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ग्वालियर से अच्छी प्रतिभाओं को बाहर निकालना ही उनकी प्राथमिकता है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि अब ग्रामीण स्तर में प्रतिभावान खिलाड़ियों को भी बाहर निकाला जाएगा ताकि उनकी प्रतिभा सबके सामने आ सके। सियासी पिच पर एंट्री मारने के सवाल पर सिंधिया के बेटे ने कहा कि उनके लिए सियासत कोई चीज नहीं है। अभी वह अपने इस पद को मिलने के बाद खेल पर काम करने के लिए आए हैं। इसके साथ राजनीति उनके लिए ज्यादा मायने नहीं रखती।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में महा आर्यमन ने कहा कि मैं इस पर अभी कुछ भी नहीं कह सकता। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह आगे देखेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर उनकी तरफ से कहा गया कि वह पापा के लिए काम करते रहेंगे। अपने आप को स्पोर्ट्समैन बताते हुए महादेवन ने कहा कि जल्द ही सिंधिया कप और अंतरराष्ट्रीय मैच कराने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उनका पूरा ध्यान खेल और खिलाड़ियों को विकसित करना है। जानकारी के लिए बता दें कि सिंधिया के बेटे को जीडीसीए का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने परिवारवाद का आरोप लगाते हुए बीजेपी पर हमला बोला था। गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल में ही अपने पूरे परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी।