पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के कद्दावर नेता स्व. माधवराव सिंधिया की 78वीं जयंती पर उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल पर एक इमोशनल पोस्ट की। सिंधिया ने पिता के साथ एक पुरानी तस्वीर भी शेयर की है। वहीं, माधवराव सिंधिया की बहन यशोधरा राजे सिंधिया ने भी अपने भाई को याद करते हुए अपनी भावनाएं प्रकट की हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया ऐसा ट्ववीट

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से पिता के साथ बचपन की अपनी फोटो शेयर करते हुए लिखा,’जीवन की अफरा–तफरी में जब थककर रुक जाता हूं, विचलित मन की गहराई से आपको आवाज़ लगाता हूं। पूज्य पिताजी श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन।’ यशोधरा राजे सिंधिया ने परिवार की कुछ फोटो शेयर करते हुए लिखा- सबके प्यारे, सबके दुलारे, जन-जन की आंखों के तारे, ऐसे थे लोकप्रिय “दादा” हमारे। आज आपकी पुनीत जयन्ती पर अपने हृदय में स्नेह का वही सागर लिए आपकी यह बहन आपको अश्रु-सिंचित स्नेहांजलि अर्पित करती है।

माधवराव सिंधिया की 78वीं जयंती पर किया गया मैराथन का आयोजन

माधवराव सिंधिया की 78वीं जयंती पर ग्वालियर में मैराथन का आयोजन किया गया। फिल्म एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने इस मैराथन को हरी झंडी दिखाई। इस मैराथन के में पुरुष और महिलाओं के अलग-अलग रूट थे। महिमा चौधरी ने आयोजन की शुरुवात के दौरान कहा कि इतनी युवाओं की भीड़ मैराथन में देखकर वह आश्चर्य चकित हैं। पूरे देश से लोग यहां आए हैं। खुद ग्वालियर के लीडर और हमारे शेर सिंधिया इसमें पूरी ऊर्जा से दौड़े हैं। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस मैराथन में दौड़ लगायी।

इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज देश में क्रिकेट के साथ सभी खेलों को बढ़ावा देने का काम चल रहा है। दौड़ना सेहत के लिए जरूरी है। जब आदमी सेहतमंद होगा तो उस राज्य और देश की प्रगति निश्चित होगी। इस मैराथन में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे आर्यमन सिंधिया भी शामिल हुए। अपने पिता के साथ उन्होंने 12 किलोमीटर की मैराथन को दौड़ कर पूरा किया।

इस बारे में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मन करता है कि हर साल में इसी तरह दौड़ता रहा हूं और लोग भी इस दौड़ में शामिल हो और खेलों को बढ़ावा दें।

जानकारी के लिए बता दें कि माधवराव सिंधिया का निधन 30 सितम्बर, 2001 को हवाई दुर्घटना में हो गया था। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार माधवराव सिंधिया ने 1984 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेता अटल बिहारी वाजपेयी को चुनावी मैदान में हराया था। इस चुनाव में मिली जीत के बाद माधवराव सिंधिया केंद्रीय रेल मंत्री बनाया गया था।