पिछले दिनों पराठे पर 18 प्रतिशत GST लगाए जाने का फैसला काफी सुर्ख़ियों में था। गुजरात की अपीलेट अथॉरिटी ऑफ एडवांस रूलिंग ने रेडी टू कुक पराठों पर 18 प्रतिशत GST लगाने के फैसले को मंजूर किया है जबकि रोटी पर 5 फीसदी ही टैक्स लगाए जाने का फैसला हुआ है। सोशल मीडिया पर लोगों ने पराठे पर GST लगाये जाने के फैसले पर अपनी खूब प्रतिक्रियाएं दी थीं।

पत्रकार ने पूछा सवाल

पराठों पर GST लगाए जाने के बाद पत्रकार प्रभाकर मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि और कौन कौन सी चीज बाकी रह गयी है जिस पर GST लगाया जा सकता है? सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों ने दिए ऐसे जवाब

उमंग मिश्रा ने लिखा कि अगर ट्वीट पर ही GST लगा दिया जाए तो, कैसा रहेगा? लोकेश राय नाम के यूजर ने लिखा कि ऑक्सीजन पर भी GST लगा देना चाहिए, आपको इससे गर्व की अनुभूति होगी कि आप सांस लेकर देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत और सकते हैं। फियाज आलम ने लिखा कि निष्पक्ष पत्रकारिता पर भी GST लगना चाहिए, आखिर ये लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ है और इनको देश के विकास में भरपूर सहयोग करना चाहिए।

मुकेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी अपना प्राण दे सकते हैं, हम तुच्छ लोग उनका अनुसरण करके जीएसटी नहीं दे सकते। एक भारतीय को विश्व का सबसे अमीर व्यक्ति बनाने के लिए? जो जीएसटी नहीं देगा, वह देशद्रोही है, पाकिस्तानी है। एक यूजर ने लिखा कि ट्विटर पर प्रति ट्वीट पर 5% अगर लग जाए तो अर्थव्यवस्था में काफी सुधार देखने को मिल सकता है! एक यूजर ने लिखा कि अगर और कोई चीज बाक़ी ना हो तो जीएसटी का दर बढ़ाया जाए क्योंकि देशसेवा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मेरे पास अभी भी दो जोड़ी से ज्यादा कपड़े हैं इसलिए मुझे लगता है मेरे सेवा में कुछ कमी रह गई है।

बता दें कि कई लोगों ने पराठे पर GST लगाए जाने पर नाराजगी भी व्यक्त की है। लोगों का कहना है कि एक तो महंगाई पहले से ही लोगों को परेशान कर रखी है वहीं दूसरी तरफ सरकार द्वारा रियायत देने के बजाय टैक्स लगाये जा रहे हैं। कुछ दिन पहले ही सरकार ने पैक्ड दूध के सामानों पर भी GST लगाने का फैसला किया था।