इंडिगो एयरलाइन संकट के बीच देश के कोने-कोने से ऐसे मामले सामने आए थे जहां फ्लाइट नहीं मिल पाने की वजह से हजारों यात्रियों को अपना कुछ न कुछ छोड़ना पड़ा था। किसी ने अपनी शादी मिस की तो किसी ने अपना एग्जाम छोड़ा। कोई परिवार के पास समय पर नहीं पहुंच पाया तो कोई अपने करीबी के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सका, लेकिन इन सबके बीच हरियाणा के रोहतक जिले के निवासी राजनारायण पंघाल ने अपने बेटे के प्री बोर्ड एग्जाम के लिए 800 किलोमीटर तक गाड़ी दौड़ा दी।

दिल्ली से इंदौर का सफर नाप दिया गाड़ी से

जी हां, राजनारायण पंघाल भी इंडिगो एयरलाइन संकट को झेलने वालों में शामिल हैं, लेकिन उन्होंने इस संकट को जूते की नोंक पर रखा और दिल्ली से इंदौर तक 800 किलीमीटर का सफर गाड़ी से ही तय कर लिया। दरअसल, रोहतक जिले के मायना गांव के रहने वाले राजनारायण पंघाल के बेटे आशीष चौधरी पंघाल इंदौर के प्रतिष्ठित डेली कॉलेज में 12वीं कक्षा के छात्र हैं। वह छुट्टियों में अपने घर रोहतक आए हुए थे।

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पिता ने बेटे को समय पर पहुंचाने का निर्णय लिया

आशीष के लिए परिवार की चिंता तब और ज्यादा बढ़ गई जब इंदौर जाने वाली ट्रेन में भी तत्काल सीट कंफर्म होना मुश्किल थी। दिल्ली से इंदौर की फ्लाइट कैंसिल हो जाने से परिवार निराशा में डूब गया। फैमिली में हर किसी को यह लगने लगा कि आशीष की परीक्षा इस बार छूट जाएंगी, लेकिन तभी आशीष के पिता ने हिम्मत वाला फैसला लिया।

आशीष के पिता राजनारायण पंघाल ने फैसला किया बेटे को हर हाल में समय पर इंदौर पहुंचा कर रहेंगे ताकि प्री-बोर्ड परीक्षा ना छूट जाए। इसी सोच के साथ उन्होंने दिल्ली से इंदौर की करीब 800 किलोमीटर की दूरी कार से ही तय कर दी। राजनारायण ने तुरंत ही निर्णय लिया कि वे खुद कार ड्राइव कर बेटे को समय पर पहुंचाएंगे। इसलिए उन्होंने रात भर कार ड्राइव की और अगले दिन बेटे को समय पर लेकर इंदौर पहुंच गए।