बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के तेवर फिर से अपनी पार्टी के पक्ष में दिखने लगे हैं। अक्सर पीएम मोदी और अपनी ही पार्टी को असहज करते रहने वाले स्वामी ने अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि अगर केंद्र आर्थिक मोर्चे पर सुधार कर ले तो कोई ताकत बीजेपी को 2024 में तीन चौथाई बहुमत हासिल करने से नहीं रोक सकती।
स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा कि एग्जिट पोल में जो नतीजे दिख रहे हैं उसे लेकर उन्होंने पहले ही कह दिया था। अपने पुराने ट्वीट का हवाला देते हुए सांसद ने लिखा कि वो तो पहले से ही योगी की जीत की भविष्यवाणी कर रहे थे। उनका कहना है कि योगी जीत जाते हैं तो 2024 चुनाव में फिर से हिंदुत्व दिखेगा।
ध्यान रहे कि केंद्र पर हमलावर स्वामी का राज्यसभा से कार्यकाल 24 अप्रैल को खत्म होने जा रहा है। उन्होंने जिस तरह से सरकार को निशाने पर लिया है, उसके बाद उन्हें दोबारा चुने जाने के चांस न के बराबर हैं। माना जा रहा कि उन्हें अब राज्यसभा नहीं भेजा जाएगा।
हाल ही में स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि वो रूसी स्टाइल में काम करके मझोले और छोटे आकार की कंपनियों को खत्म कर रहे हैं। रिजर्व बैंक के लोग भी इसमें शामिल हैं। अडानी इस रैकेट के सरगना हैं। उनका कहना है कि ये बहुत खतरनाक बात है। उनका कहना था कि सरकार छोटे और मझोले स्तर की कंपनियों को NCLT के जरिए बर्बाद करने पर तुली है। ऐसे कारोबारियों को मजबूर किया जा रहा कि वो अपनी कंपनियां बेच दें।
स्वामी को बगावती तेवरों के लिए जाना जाता है। नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार को कोर्ट तक ले जाने वाले स्वामी ही हैं। राम मंदिर को लेकर भी उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी। लेकिन देखा जाता है कि अगर चीजें अनुकूल न हों तो स्वामी अपनों के ही खिलाफ हो जाते हैं। बीजेपी की आलोचना को इससे ही जोड़कर देखा जा रहा है। उन्हें उम्मीद थी अरुण जेटली की मृत्यु के बाद सरकार उन्हें राज्यसभा में तवज्जो देगी और केंद्रीय मंत्री भी बनाएगी।