हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने न्यूज एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में अमित शाह ने गुजरात दंगे, पीएम मोदी को मिली क्लीनचिट और सुप्रीम कोर्ट के फैसले समेत कई मुद्दों पर राय रखी है। इंटरव्यू के दौरान जब अमित शाह से मीडिया में सरकार के दखल पर सवाल पूछा गया तो जवाब में अमित शाह की जुबान एक शब्द पर आकर थोड़ी लड़खड़ा गई तो कांग्रेस नेता ने तंज कसा है।
दरअसल अमित शाह से मीडिया की स्वतंत्रता पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘हमारी सरकार का कभी मीडिया के कार्य में कभी कोई दखल ही नहीं… मतलब एटीट्यूड ही नहीं रहा है।’ ये लाइन बोलते हुए अमित शाह की जुबान थोड़ी लड़खड़ा जाती है। इसी पर कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने तंज कसा है।
श्रीनिवास ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि “अमित शाह कहते हैं कि हमारी सरकार का मीडिया के काम में कोई दखल नही है” और ये बोलते-बोलते Tana-शाह की ज़बान लड़खड़ा गयी।” इस वायरल वीडियो पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: विजय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अच्छा मुद्दा लाओ क्रिटिसाइज करना है तो, कोई गिर गया, कोई फिसल गया, किसी का व्याकरण ठीक नहीं है, इस पर मजाक बनाकर समय खोटी मत करो।’ प्रभात शर्मा ने लिखा कि ‘जिस तरीके की लैंग्वेज का उपयोग आप लोग करते हो, उससे यह साफ पता चलता है कि जल्दी इस पार्टी से भारत मुक्त होगा।’
राज घोडके ने लिखा कि ‘अधिकांश प्रेस और मीडिया आपके मित्र मंडली के हैं, वो कैसे आपके खिलाफ बोल सकते है? आपको अपनी तथा केन्द्र सरकार की आलोचना स्वीकार ही नहीं होगी।’ अनमोल कुमार ने लिखा कि ‘अगर अमित शाह जी तानाशाह हैं तो 25 और 26 जून की मध्य रात्रि को देश पर आपातकाल थोपकर, संविधान और लोकतंत्र की हत्या करके और मीडिया को बंधक बनाने वाली इंदिरा गांधी कौन थी?’
इंटरव्यू में अमित शाह ने यह भी कहा कि गुजरात दंगों से जुड़े लगाए गये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सारे आरोप गलत हैं। पीएम मोदी ने हमेशा कानून का साथ दिया है। दंगा होने का मूल कारण ट्रेन को जला देना था। भाजपा पर दंगा कराने के आरोप पर अमित शाह ने कहा कि जिन जिन राज्यों में आज भाजपा सरकार है, वहां अन्य पार्टियों की सरकार पहले भी थी। आंकड़े निकाल कर देख लीजिए कि कब दंगे कम हुए हैं।