गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले गुजरात सरकार में गृह मंत्री हर्ष संघवी ने शुक्रवार यानी 21 अक्टूबर को घोषणा की कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों से जुर्माना नहीं लिया जाएगा। हर्ष संघवी के ऐलान पर सोशल मीडिया चुटकी लेते हुए कई तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आम सोशल मीडिया यूजर्स के साथ विपक्षी दलों के नेताओं ने भी कटाक्ष किया।

गृह मंत्री ने किया ऐसा ऐलान

सूरत के कार्यक्रम में पहुंचे गुजरात के गृह मंत्री ने कहा कि मैंने और भूपेंद्र भाई पटेल ने आपस में बात करके निर्णय लिया है कि आज यानी 21 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक गुजरात के किसी भी नागरिक से ट्रैफिक पुलिस कोई जुर्माना नहीं वसूलेगी। उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई नागरिक बिना हेलमेट या बिना लाइसेंस के यातायात के नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाता है तो ट्रैफिक पुलिस उन्हें केवल सलाह देगी लेकिन ना तो लाइसेंस जब्त करेगी और ना ही चालान काटेगी।

विपक्षी दलों ने बोला हमला

विधायक जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट के जरिए गुजरात सरकार के मंत्री पर तंज कसते हुए लिखा कि चुनाव आपको कुछ भी करवा सकता है। राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत सिंह चौधरी ने सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार वोट के लिए लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल रही है। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि यह सोच कर कि चुनाव आयोग ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा में देरी की ताकि मतदाताओं को इस तरह के हास्यास्पद रेवड़ी का लालच दिया जा सके।

यूजर्स ने यूं ली चुटकी

अनुभव शुक्ला नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि इस हिसाब से चुनाव मई 2023 में होना चाहिए। ताकि हम लोगों को ऐसे ही आराम मिलता रहे। संदीप मुखर्जी नाम के एक यूजर ने पूछा – अरे मंत्री जी, चुनाव तक के लिए ऐसा क्यों नहीं कर दिया? स्मिता शर्मा नाम की एक यूज़र ने सवाल किया कि क्या यह वेलफेयर स्कीम है? अनिकेत ओझा नाम के एक यूजर ने पूछा – चुनाव में जीत के लिए आप लोग कुछ भी कर सकते हैं क्या?

रविंद्र नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि यह गुजरात मॉडल की एक और तस्वीर है। चेतन सिंह नाम के यूजर द्वारा लिखा गया, ‘चुनाव के लिए जनता की जान भी दाव पर लगा देने वाले लोगों को कैसे वोट मिलेगा? वैसे भी गुजरात में कुछ लोग ट्रैफिक नियमों का बिल्कुल पालन नहीं करते हैं।’ भानु नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है क्योंकि त्योहार के समय भीड़ अधिक होगी और ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं होगा तो जनता की जान कैसे बचेगी?