Kargil Vijay Diwas 2018: भारत आज करगिल विजय की 19वीं वर्षगांठ मना रहा है। 19 साल पहले 1999 को भारतीय सेना ने अपने पराक्रम से देश की जमीन पर कब्जा करने वाले पाकिस्तानियों घुसपैठियों को खदेड़ दिया था। इसके साथ ही भारत के जवानों ने सरहदों की निगहबानी की कसमें एक बार फिर से दुहराई थीं। देश की जमीन पर कब्जा कर चुके घुसपैठियों को खदेड़ने में सैकड़ों जवानों को कुर्बानी देनी पड़ी। इस मौके पर क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग ने शहीद जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
सहवाग ने ट्विटर पर लिखा है कि हमें हमने जवानों के लिए अभिमान का एक आंसू तो बहाना चाहिए। उन्होंने ट्विट किया, “हमारे हीरो जिन्होंने भारत के भविष्य के लिए अपने जानों की कुर्बानी दी उनके लिए गर्व के एक आंसू तो बहाइए…उन्होंने 18 हजार फीट की ऊंचाई पर जंगें लड़ी, वो जगह बेहद खतरनाक थी, ऊंची-ऊंची पहाड़ियां थी…उस वक्त देश एकजुट होकर उनके साथ खड़ा था।”
Shed a small tear of pride for our heroes who fought and who laid down their lives in all their glory for our tomorrow.
They fought at heights over 18k feet, inhospitable rugged terrain ,steep mountains. The Nation rose above their own self. #KargilVijayDiwas ! Jai Hind pic.twitter.com/Tw3tLrOAbp— Virender Sehwag (@virendersehwag) July 26, 2018
टीम इंडिया के सदस्य रहे पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी करगिल विजय दिवस पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है। मोहम्मद कैफ ने लिखा है कि करगिल विजय दिवस पर शहीदों को शत-शत नमन। उन्होंने ट्वीट किया, “शहादत का सेहरा बाँधे, मृत्यु से विवाह रचाता, जन्मभूमि की रक्षा खातिर, अपनी भेंट चढ़ाता हूं, मैं तेरा बेटा बनकर आया, इस दुनिया मे मां, लेकिन भारत मां का बेटा बनकर, इस दुनिया से जाता हूं, कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को शत-शत नमन।”
शहादत का सेहरा बाँधे, मृत्यु से विवाह रचाता , जन्मभूमि की रक्षा खातिर,
अपनी भेंट चढ़ाता हूँ मैं तेरा बेटा बनकर आया
इस दुनिया मे मां ,लेकिन भारत मां का बेटा बनकर, इस दुनिया से जाता हूँकारगिल विजय दिवस पर शहीदो को शत-शत नमन ।। #KargilVijayDiwas pic.twitter.com/RzxGH0ln9W
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) July 26, 2018
बता दें कि 1999 की सर्दियों में पाकिस्तान की सेना ने घुसपैठियों के वेश में आकर करगिल की चोटियों पर कब्जा कर लिया था। मई में जब पहाड़ों की बर्फ पिछलनी शुरू हुई तो भारतीय सेना को चोटियों पर पाक घुसपैठियों की मौजूदगी का पता चला। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन विजय नाम से अभियान चलाकर इस क्षेत्र को पाकिस्तानियों के कब्जे से आजाद करवाया।