वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर पिछले कुछ दिनों से काफी बवाल मचा हुआ था। वहीं 16 मई को मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद कोर्ट ने उस जगह को सील करने का आदेश जारी किया है। वाराणसी कोर्ट ने जिलाधिकारी को आदेश देते हुए कहा, ‘जिस स्थान पर शिवलिंग प्राप्त हुआ है, उस स्थान को तुरंत सील कर दें और किसी भी व्यक्ति को वहां जाने न दें। इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सीआरपीएफ को दे दी गई है। वहीं अब असदुद्दीन ओवैसी ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।  

 असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘जब मैं 19-20 साल का था तो बाबरी मस्जिद मुझसे छीन लिया गया। अब हम 19-20 साल के उम्र के बच्चों के सामने कोई मस्जिद नहीं खोएंगे। क्या आप सभी लोग सहमत है कि हम अब कोई मस्जिद नहीं खोएंगे? तुम्हारे फरेब और हथकंडों को अब हम समझ चुके हैं। मस्जिद है और रहेगी, ज्ञानवापी मस्जिद कयामत तक रहेगी। हमारा काम है कि हम अपने मस्जिदों को आबाद रखें।’

ओवैसी ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद तब तक रहेगी जब तक अल्लाह दुनिया को रखेगा। याद रखो मस्जिदों को हमें आबाद रखना पडेगा। हमें मुहल्लों, इलाकों के मस्जिदों को आबाद रखना पड़ेगा तो शैतानी ताकतें जो लालचाई नजरों से हमकों अपनी तहजीब से महरूम करना चाहती हैं तो उन्हें पैगाम मिल जायेगा कि हम भारत के मुसलमान मस्जिद खोने के लिए तैयार नहीं है।’

लोगों की प्रतिक्रियाएं: आनंद कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप मस्जिद खोने को तैयार नहीं है और हम अपना मंदिर बाबा विश्वनाथ का मंदिर खोने को तैयार नहीं है। न्यायालय में हम लोग न्याय के लिए अपील किए हैं। न्यायालय सर्वोच्च है जो न्याय देगा उसे हमें और आपको मानना चाहिए ओवैसी जी।’ SSP नाम के यूजर ने लिखा कि ‘शोले में यदि गब्बर सिंह का किरदार न होता तो अकेले जय और वीरू क्या फ़िल्म को हिट करवा लेते? कुछ इसी तरह भाजपा और AIMIM का कॉकटेल काम करता है।’

राजन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक तरफ इनको संविधान से चलने वाला देश चाहिए क्योंकि संविधान से देश सेक्युलर है लेकिन जब कानून के तहत ही कोई कार्यवाही होती है तब इनके जुबान से कभी नहीं निकलता कि देश संविधान से चलेगा,खुद तो तुरंत लगाते हैं ‘हो तकबीर’ का नारा, ये इनका दोहरा चरित्र दर्शाता है।’ आयुष मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘चालू रखिए, अभी गुजरात और राजस्थान का चुनाव है और आपको, बीजेपी को जितवाना है।’