गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने वर्चुअल सुनवाई के दौरान कोल्ड ड्रिंक्स पीने पर एक पुलिस अधिकारी को फटकार लगाते हुए सजा के तौर पर बार एसोसिएशन को कोल्ड ड्रिंक्स की 100 बोतलें वितरित करने का निर्देश दिया। चीफ जस्टिस अरविंद कुमार ने सरकारी वकील को निर्देश दिया कि वो इंस्पेक्टर एएम राठौड़ से कहें कि वो बार एसोसिएशन को कोल्ड ड्रिंक्स के 100 कैन बांटें या फिर वो मुख्य सचिव को निर्देश देंगे कि वो इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
वर्चुअल सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने देखा कि पुलिस इंस्पेक्टर राठौर कुछ पी रहे हैं। गौर से देखा तो वो कोल्ड ड्रिंक्स थी। अरविंद कुमार ने अधिकारी को उसके व्यवहार के लिए फटकार लगाई और उसे बार एसोसिएशन में कोल्ड ड्रिंक्स की बोतलें वितरित करने का निर्देश दिया।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक इंस्पेक्टर और एक अन्य पुलिस अधिकारी पर आरोप था कि उन्होंने ट्रैफिक जंक्शन के पास दो महिलाओं को पीटा था। इस मामले को लेकर कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। मामले में पुलिस कमिश्नर ने एक डीसीपी को जांच का जिम्मा दे 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
ध्यान रहे कि ऑनलाइन सुनवाई के दौरान कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जहां वकीलों को भी कोर्ट के गुस्से का सामना करना पड़ा है। एक मामले में वकील इंदिरा जयसिंह के सामने एक शख्स कम कपड़ों में आ गया था। तब महिला वकील ने गहरा एतराज जताया था तो एक मामले में वकील सुनवाई के दौरान एक क्लाइंट के साथ आपत्तिजनक हरकतें करता दिखा था। ऑनलाइन सुनवाई के दौरान एक वकील के समोसा खाने के लिए उसे गुजरात हाईकोर्ट से ही फटकार लगाई थी।
कोरोना के चलते वर्चुअल सुनवाई ही चल रही है। गुजरात हाईकोर्ट ने कोविड के मरीजों की संख्या में कमी को देखते हुए 21 फरवरी से राज्य के हाईकोर्ट और निचली अदालतों को खोलने का फैसला किया है। 21 फरवरी से अदालतें खोलने और फिजिकल हियरिंग शुरू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि मार्च 2020 में लॉकडाउन के बाद अदालतों ने पहली बार ऑनलाइन मोड में काम किया था।