गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जमकर प्रचार कर रहे हैं। एक के बाद एक रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पीएम मोदी (PM Modi) के साथ दिखाई दे रही एक बच्ची गुजराती भाषा में कविता सुनाते हुए भाजपा के कामों की जमकार तारीफ कर रही है। पीएम मोदी इस कविता (Pm Modi Gujarati Poem) को ध्यान से सुनते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो को भाजपा के तमाम नेताओं ने शेयर किया है। कांग्रेस नेताओं ने इस पर आक्रोश व्यक्त करते हुए बाल आयोग (NCPCR) पर तंज कसा है।

सुप्रिया श्रीनेत ने बाल आयोग पर कसा तंज

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत (Congress leader Supriya Shrinate) ने ट्वीट कर लिखा कि यह होता है बच्चों का इस्तेमाल राजनीति में करना, प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) छोटी बच्ची का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए कर रहे हैं। NCPCR के प्रियंक कानूनगो कुंभकर्ण की नींद सो रहे हैं क्या? अब नहीं लिखेंगे चुनाव आयोग को खर्रे? चुनाव आयोग को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए। राष्ट्रीय मंच (National Forum) की तरफ से लिखा गया कि छोटे बच्चे का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए किया जा रहा है। यह क़ानून का खुला उल्लंघन है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) कहां है?

सपा नेता ने भी किया कटाक्ष

सपा नेता धनश्याम तिवारी (Ghanshyam Tiwari, SP) ने ट्वीट किया, “यह ना ऑफिसियल है ना अनऑफिसियलl! सिर्फ आर्टिफीसियल है। इस नन्ही बच्ची को भी पता है कि वो प्रचार का हिस्सा है, देश के प्रधानमंत्री के इश्तहार का हिस्सा है। पूरे भाषण में ना प्रधानमंत्री ने सहज ढंग से बच्ची को देखा, न बच्ची ने प्रधानमंत्री को।” राकेश शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि लेकिन ये बच्ची तो गुजरात में भाजपा (Gujarat BJP) के MLA उम्मीदवार (और पूर्व मंत्री?) के परिवार से है न। ये बताना क्यों भूल गए, सर जी? अगर आप भी अपने घर के किसी बच्चे को कविता रटवा कर खड़ा कर दें तो वो देश का बच्चा-बच्चा नहीं हो जाएगा! पार्टी-प्रचार के लिए परिवार के बच्चों का इस्तेमाल न करें।

महिला कांग्रेस की नेटा डिसूजा (Netta D’souza of Mahila Congress) ने लिखा कि सिर्फ दो सवाल, प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) जी द्वारा बच्ची का इस्तेमाल चुनाव प्रचार करने पर NCPCR और चुनाव आयोग ने अब तक संज्ञान क्यों नहीं लिया? जो प्रियंक कानूनगो (Priyank Kanungo, NCPCR) जी भारत जोड़ो यात्रा के विषय में नोटिस भेजने में एक पल नहीं लगाते, वो अब चुप क्यों हैं? @BablooY88515871 यूजर ने लिखा कि यह होता है बच्चों का इस्तेमाल! चुनाव प्रचार में देश का प्रधानमंत्री खुद गैरकानूनी तरीके अपना रहे हैं और देश का चुनाव आयोग दिल्ली में बैठा विपक्षी पार्टियों को तोड़ने के लिए छोटी-छोटी गलतियों को देख रहा होगा।

बता दें कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) में बच्चों के शामिल होने और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करने पर बाल आयोग ने चुनाव आयोग (Election Commission) को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा था कि कांग्रेस बच्चों को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कर रही है क्योंकि वह बड़ों का विश्वास खो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2021 में बना जवाहर बाल मंच (Jawahar Bal Manch) राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में 7 से 17 साल के बच्चों को शामिल करने का काम कर रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी।