Google Trends: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की मुलाकात हाल ही में बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी से हुई। इस मौके पर राहुल गांधी ने उनसे हाथ मिलाया और मुस्कुराते हुए बधाई दी। रूडी ने हाल ही में कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया का चुनाव जीतकर सचिव (प्रशासन) पद अपने नाम किया है।
आमतौर पर कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच इस तरह का सहज और दोस्ताना माहौल दिखाई नहीं देता। दोनों दल एक-दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं। ऐसे में राहुल गांधी का सार्वजनिक रूप से बीजेपी सांसद को बधाई देना और हाथ मिलाना असामान्य माना जा रहा है। लेकिन इस घटना ने यह भी दिखाया कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद व्यक्तिगत रिश्तों में सौहार्द और सम्मान की गुंजाइश बनी रहती है।
चुनाव में राजीव प्रताप रूडी और संजीव बालियान के बीच मुकाबला था
दिल्ली के संसद मार्ग पर स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव इस बार खास सुर्खियों में रहे। आमतौर पर ये चुनाव शांति से हो जाते हैं, लेकिन इस बार सचिव पद को लेकर मुकाबला इतना जोरदार था कि भाजपा के भीतर ही शक्ति परीक्षण जैसा माहौल बन गया। इस चुनाव में रूडी का मुकाबला पूर्व सांसद संजीव बालियान से हुआ। बाकी सभी पद निर्विरोध भर गए, लेकिन सचिव पद पर कांटे की टक्कर देखने को मिली।
अंत में नतीजे आए तो राजीव प्रताप रूडी ने संजीव बालियान को लगभग 100 वोटों के अंतर से हरा दिया। यह भी दिलचस्प है कि रूडी इससे पहले चार बार बिना किसी विरोध के इसी पद पर चुने जा चुके थे। इस चुनाव ने भाजपा के भीतर खींचतान को भी उजागर किया। सांसद निशिकांत दुबे ने बालियान का खुलकर समर्थन किया और मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि गृह मंत्री अमित शाह का गुट भी उनके साथ खड़ा था। वहीं रूडी को विपक्षी सांसदों का चुपचाप समर्थन मिला।
Constitution Club Election Result: राजीव प्रताप रूडी का दबदबा कायम, संजीव बालियान को मिली करारी हार
मतदान वाले दिन कांस्टीट्यूशन क्लब में बड़ी संख्या में नेता पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और किरण रिजिजू, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे तक वोट डालने पहुंचे। यहां तक कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भी मौजूद थे।
लेकिन सबसे चर्चा का विषय रहा नतीजों के बाद राहुल गांधी और रूडी का हाथ मिलाना। राहुल ने हंसते हुए कहा – “Congratulations, by the way.” कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच यह ‘अनकॉमन हैंडशेक’ तुरंत मीडिया की सुर्खियां बन गया। यह घटना दिखाती है कि कभी-कभी एक साधारण संगठनात्मक चुनाव भी राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा सकता है।