Manmohan Singh News: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के गुरुवार रात AIIMS अस्पताल में निधन हो गया। मनमोहन सिंह को विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों सहित देश की आम जनता ने भी श्रद्धांजलि दी। आर्थिक नीतियों के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को नई गति देने वाले मनमोहन सिंह दस साल तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वह पहले और एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो सिख धर्म से नाता रखते थे।
मनमोहन सिंह के परिवार ने रविवार को उनकी अस्थियां यमुना नदी में विसर्जित कीं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अस्थियां उनके परिवार के सदस्यों ने सिख रीति-रिवाजों के अनुसार मजनू का टीला गुरुद्वारे के निकट यमुना नदी में विसर्जित कीं। बीजेपी ने आरोप लगाया कि इस मौके पर गांधी परिवार का कोई सदस्य और कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं पहुंचा जो शर्मनाक है।
हालांकि बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी की तरफ से सोमवार को कहा गया कि परिवार की निजता का सम्मान करते हुए पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए परिवार के साथ नहीं गया। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक बयान में कहा, “परिवार की निजता का सम्मान करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता सरदार डॉ. मनमोहन सिंह जी की अस्थियों को चुनने और विसर्जित करने के लिए परिवार के साथ नहीं गए।”
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अंतिम संस्कार के बाद परिवार से मिली थीं सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी
उनके मुताबिक, दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार के बाद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने उनके निवास पर परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “उनसे चर्चा करने के बाद यह महसूस किया गया कि चूंकि अंतिम संस्कार के समय परिवार को कोई निजता नहीं मिली और परिवार के कुछ सदस्य चिता स्थल पर नहीं पहुंच पाए, इसलिए उन्हें फूल चुनने और अस्थियों के विसर्जन के लिए कुछ निजता देना उचित होगा जो कि करीबी परिवार के सदस्यों के लिए भावनात्मक रूप से पीड़ादायक और कठिन वक़्त होता है।”
मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर राजनीति जारी
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समाधि स्थल को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार पर हमले बोल रही हैं। वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने उनकी विरासत के सम्मान में एक “उपयुक्त स्मारक” बनाने की घोषणा की है। अब खबर ये है कि मोदी सरकार मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने के लिए किसान घाट के आसपास या फिर राष्ट्रीय स्मृति स्थल में से किसी एक जगह पर जमीन दे सकती है।
मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी पत्र लिखा गया है। नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आग्रह किया कि राजघाट परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने के संबंध में वह केंद्र सरकार को निर्देश दें।
नवजोत सिंह सिद्धू ने एक पोस्ट में कहा, “यह केवल एक स्मारक के संबंध में नहीं है; यह ऐतिहासिक मानदंडों और हमारे लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखने के बारे में है। भारत को ओछी राजनीति से ऊपर उठना चाहिए।” राष्ट्रपति मुर्मू को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, “मैं आपके कार्यालय से हस्तक्षेप करने और सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने का आग्रह करता हूं कि इस परंपरा की गरिमा को बनाए रखते हुए राजघाट परिसर में डॉ. मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जाए।”
उन्होंने लिखा, “मैं आपको यह पत्र राजघाट परिसर में भारत के 13वें प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने की आवश्यकता के संबंध में गंभीर चिंता और बेहद विश्वास के साथ लिख रहा हूं। राजघाट एक ऐसा स्थल है जो हमारे देश के नेताओं की विरासत को याद करने की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है।” कांग्रेस नेता ने पत्र में कहा, “जैसा कि आप अवगत हैं, गुलजारीलाल नंदा जैसे (कार्यवाहक) प्रधानमंत्री सहित सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक बनाए गए हैं।”