Google Trends: भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी और अडानी ग्रुप की आज दिन की शुरुआत के साथ ही मुसीबतें शुरू हो गई। कंपनी और गौतम अडानी पर अमेरिका में प्रोजेक्ट्स लेने के लिए रिश्वत देने और धोखाधड़ी के आरोप लगे। इसके चलते भारत में अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में भारी गिरावट आई है। वहीं इसके चलते गौतम अडानी के नाम के साथ ही देश की सियासत में बवाल देखने को मिला है लेकिन आखिर ये क्यों हुआ चलिए बताते हैं।

दरअसल, गौतम अडानी गुरुवार को अमेरिकी अभियोजकों द्वारा उन पर अभियोग लगाए जाने की खबर के बाद चर्चा में आ गए। अडानी समूह के चेयरमैन, उनके भतीजे सागर अडानी और छह अन्य पर सरकारी बिजली वितरण कंपनियों के साथ लाभदायक सौर ऊर्जा आपूर्ति अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर ₹2,029 करोड़ की रिश्वत देने का आरोप हैं।

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गौतम अडानी को लेकर गूगल पर 100 प्रतिशत बढ़े सर्च

जानकारी के मुताबिक, बुधवार को न्यूयॉर्क में दायर किए गए अभियोग ने ऑनलाइन रुचि में उछाल ला दिया, और “गौतम अडानी समूह” गूगल पर शीर्ष खोजों में से एक बन गया। कथित तौर पर तीन घंटे के भीतर सर्च में 1,000% की वृद्धि हुई, और 5,000 से अधिक खोजें एकत्र हुईं।

इस मामले में नामित छह अन्य लोगों में अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के सीईओ विनीत जैन, एज़्योर पावर ग्लोबल लिमिटेड के पूर्व सीईओ रंजीत गुप्ता, एज़्योर पावर के पूर्व कर्मचारी रूपेश अग्रवाल, ऑस्ट्रेलियाई-फ्रांसीसी नागरिक सिरिल कैबनेस तथा कनाडाई संस्थागत निवेशक से जुड़े सौरभ अग्रवाल और दीपक मल्होत्रा ​​शामिल हैं।

गौतम अडानी पर अमेरिका में क्या आरोप लगे हैं?

Adani Group के शेयर्स धड़ाम

विवादों के बीच अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर आज (21 नवंबर 2024) को 20 प्रतिशत तक गिर गए। अमेरिकी एजेंसी द्वारा लगे आरोपों के बाद भारतीय शेयर बाजार खुलते ही अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 20 प्रतिशत तक गिरावट आ गई है।

शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक NSE और BSE भी आज लाल रंग के निशान पर खुले। इनमें अडानी इंटरप्राइजेज से लेकर अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर, अडानी एनर्जी सॉल्यूशन, अडानी टोटल गैस, अडानी विल्मर, अंबुजा सीमेट के शेयर्स शामिल हैं।

कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप

गौतम अडानी का मामला उठते ही कांग्रेस ने अडानी और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीधे तौर पर अडानी की गिरफ्तारी की मांग की और कहा कि इसीलिए वे लगातार जेपीसी की जांच मांग करते रहे हैं।