हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Research) के बाद अडानी (Gautam Adani) की संपत्ति में भारी गिरावट देखने को मिली। इतना ही नहीं, इस गिरावट के बाद अडानी पहले अंबानी (Mukesh Ambani) से संपत्ति के मामले में पीछे हुए, फिर वो टॉप 10 की लिस्ट से बाहर हुए। सोमवार को गौतम अडानी संपत्ति (Gautam Adani Property) के मामले में 21वें स्थान पर पहुंच गए। वहीं गौतम अडानी और मुकेश अंबानी संपत्ति के मामले में टॉप 10 की लिस्ट से भी बाहर हो चुके हैं।

टॉप 10 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में अब कोई भारतीय नहीं

ताजा आंकड़ों के अनुसार, अडानी की संपत्ति अब 59 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। इसके साथ ही वह सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 21वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वहीं मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की भी संपत्ति में गिरावट आई है, जिसके बाद वह 12वें नंबर पर पहुंच गए हैं। मतलब अब दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट की टॉप 10 में कोई भी भारतीय शामिल नहीं है।

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

@TheYadavPrince यूजर ने लिखा कि विपक्ष यही चाहता है कि लोकसभा चुनाव तक भारत की किरकिरी हो, ठीक है वैसे भी विपक्ष का मालिक कौन सा भारतीय है? @JitendraP08 यूजर ने लिखा कि पूरा देश गरीब हो रहा है, अडानी फर्जी तरीके से शेयर मैनिपुलेशन की वजह से अमीर बना गया था। उसकी पोल खुल गई, जो अब सबके सामने है। एक यूजर ने लिखा कि ये खबर बहुत से लोगों को बहुत अच्छी लग रही है, इनके मुताबिक दुनिया में भारतीयों का नंबर नहीं आना चाहिए, भारत हमेशा पिछड़ा रहना चाहिए।

@kapilsharma1394 यूजर ने लिखा कि देश में जब तक समानता नहीं होगी, तब तक ऐसी ही होता रहेगा। किसी के पास 1 लाख करोड़ और किसी के पास 1 लाख भी नहीं है। @PrinceShamkule यूजर ने लिखा कि दो दोस्तों को दुनिया के नजर में बडा दिखाने के लिए मोदी ने देश की जनता को कंगाल कर दिया। एक यूजर ने लिखा कि विदेशी कभी सहन नहीं कर सकते हैं हिन्दुस्तान के लोगों को। इसमें विदेशी से ज्यादा देश के कुछ लोग भी शामिल है जो नहीं चाहते हैं कि हिन्दुस्तानी आगे बढ़ें।

बता दें कि पिछले साल सितंबर में गौतम अडानी की संपत्ति 151.2 अरब डॉलर थी। वो दुनिया के दूसरे और एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गये थे। ताजा आंकड़ों के अनुसार अब अडानी संपत्ति 59 अरब डॉलर तक पहंच गई है। मतलब पिछले छ महीने में अडानी की संपत्ति में 91 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट हुई है इसमें से ज्यादातर नुकसान पिछले दस दिनों में हुआ है।