वाराणसी में पहली बारिश के बाद से सड़के और चौराहे पानी से भर गए हैं। जिसके कारण राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्मार्ट सिटी की पोल खोलने वाले एक वीडियो को संकट मोचन मंदिर के महंत ने ट्वीट किया है। जिसे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का यह वीडियो शेयर करके तंज कसते हुए लिखा कि ये है वाराणसी का ‘धरतीफाड़ विकास’।
दरअसल संकट मोचन मंदिर के महंत एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, ‘ थोड़ी बरसात क्या हुई स्मार्ट सिटी की पोल खुली। दशाश्वमेध घाट पर उफनता सीवेज अंततः गंगा जी में जा रहा है। इस शहर को कॉस्मेटिक सजावट की जरूरत नहीं, पुराने सीवेज सिस्टम की पहले मरम्मत और फिर नियोजित विकास की जरूरत है। यह शहर सज धज तो कभी जाएगा’। महंत के इस वीडियो को साझा सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी साझा किया।
ये है वाराणसी का ‘धरतीफाड़ विकास’ pic.twitter.com/9Y53TxfXbF
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 21, 2021
इस वीडियो को साझा करने के बाद लोगों ने उनके ट्वीट पर रिप्लाई देना शुरू कर दिया। एक यूजर मनीष यादव लिखते हैं कि भैया इन्होंने धरती तो धरती आसमान फाड़कर विकास किया है। तभी तो आसमान से गिरा हुआ पानी धरती को कार के अंदर समा आएगा। पवन गुर्जर नाम के यूज़र ने भाजपा को विनाश वाली पार्टी बताते हुए लिखा कि जनता सब जान गई है यह विकास वाली नहीं विनाश वाली पार्टी है। वही एक यूजर ने सड़क पर भरे पानी की तस्वीर ताजा करते हुए लिखा कि विकास सड़क पर बह रहा है।
अंशुमन सिंह नाम की एक यूजर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि हे चुनावी पुत्र कहां हो? तुम्हारा क्यों तो तुम्हें बुला रहा है। वहीं एक यूजर ने केंद्र सरकार का मजा लेते हुए पानी से लबालब सड़क की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि, ‘मुस्कुराइए ये हमारे भारत की स्मार्ट सिटी का नजारा है, अब कुछ देशद्रोही इसे क्योटो बताएंगे और कुछ अनपढ स्विटजरलैंड का पुल’। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि यह आपके जमाने का फोटो है, अब यह क्योटो बन चुका है।
वहीं असित कुमार श्रीवास्तव नाम के यूजर अखिलेश यादव का मजा लेते हुए लिखते हैं कि किसी ने टोटी चुरा ली है इसीलिए पानी निकल रहा है। राजेश नाम के यूजर अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए लिखा कि सैफई में नाच कराने वाले सैफई का तो विकास हुआ ना? भले देश का कोई विकास हुआ हो या नहीं। एक यूज़र ने केंद्र सरकार का बचाव करते हुए लिखा कि भाई बरसात में इससे भी बुरा हाल आप के समय में था लेकिन दुग्गल साहब को सफाई के शोर के आगे दिखाई नहीं देता था।