देश के बड़े मजदूर नेताओं में शुमार रहे पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस की कांग्रेस से कभी बनी नहीं। इंदिरा के शासनकाल से लेकर सोनिया गांधी के वक्त तक वह गांधी परिवार के खास आलोचक माने जाते रहे। बात साल 2011 की है। तब केन्द्र में यूपीए-2 की सरकार थी। जनता दल यूनाइटेड के नेता के तौर पर जॉर्ज फर्नांडिस तब सक्रिय राजनीति में थे। एक कार्यक्रम में पहुंचे जॉर्ज फर्नांडिस दिल्ली स्थित कॉन्स्टीटूयशन क्लब में सोनिया गांधी की फोटो देखकर इस कदर भड़के की उन्होंने नेहरू खानदान को लुटेरा कहा डाला। जॉर्ज फर्नांडिस कुछ सदस्यों के साथ कॉन्स्टीटूयशन क्लब में बर्मा (म्यांमार) में लोकतंत्र की बहाली पर एक सेमिनार में शिरकत करने गये थे। सेमिनार में जॉर्ज फर्नांडिस का ध्यान हॉल में लगी सोनिया गांधी की तस्वीर पर गयी और वो भड़क उठे।

न्यूज चैनल आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक फोटो देखकर भड़के जॉर्ज फर्नांडिस ने कहा था, “मुझे लगता है कि किसी गुलाम ने ये काम किया है, कोई सभ्य आदमी ये काम कतई नहीं करता, किस आधार पर लगा दी है, ये क्या देश इन लोगों ने खरीद लिया है क्या, नेहरू खानदान, क्या खानदान है…लूट-पाट वाला, इस तस्वीर को बिल्कुल हटवाया जाना चाहिए…क्यों भाई? काहे के लिए…कैसे…किस आधार पर…गोरी है इसलिए?”

इसके बाद कुछ लोगों ने दीवार से तत्कालीन कांग्रेस अध्य्क्ष सोनिया गांधी की तस्वीर दीवार से हटा दी और इसे हॉल स्टॉफ को सौंप दिया। बता दें कि 87 वर्षीय जॉर्ज फर्नांडिस काफी सालों से बीमार चल रहे थे और 8 साल की लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में उन्होंने 29 जनवरी को आखिरी सांस ली। जॉर्ज का जीवन राजनीतिक उतार-चढ़ाओं से भरा रहा। हालांकि, उनमें शुरुआत से ही सत्ता से टकराने का माद्दा था और वह आखिर तक बना रहा। 50 और 60 के दशक में जॉर्ज फर्नांडिस देश के जाने-माने मजदूर थे। वाजपेयी की सरकार में रक्षा मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस कांग्रेस पार्टी के कट्टर आलोचक रहे। अक्टूबर 2006 में जॉर्ज फर्नांडिस के खिलाफ एक मिसाइल खरीद में कथित दलाली के मामले में एफआईआर दर्ज किया गया था। तब जॉर्ज फर्नांडिस ने कहा था कि ये सब कुछ सोनिया गांधी के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सीबीआई के पास उनके खिलाफ सबूत है तो उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।