बिहार के सारण जिले में एक फर्जी डॉक्टर की लापरवाही से 15 साल के बच्चे की मौत हो गई। यह बच्चा ‘फर्जी’ डॉक्टर का मरीज था जिसका उन्होंने ऑपरेशन किया था। बच्चे की मौत के बाद अस्पताल से वह डॉक्टर फरार है। पूरा मामला सारण जिले के मढ़ौरा गांव का है। यहां एक व्यक्ति अपने 15 साल के बच्चे को एक नर्सिंग होम में लेकर आया था। बच्चे को उल्टी और पेटदर्द की शिकायत थी। इसके बाद नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन किया, जिसके बाद मरीज की जान चली गई।

डॉक्टर्स ने बताई थी पथरी

जानकारी के मुताबिक, कथित तौर पर नर्सिंग होम के उन कथित फर्जी डॉक्टरों ने बच्चे को पथरी की शिकायत बताई थी। बाद उन्होंने पित्ताशय में से पथरी को निकालने की बात कहकर ऑपरेशन कर दिया, लेकिन ऑपरेशन के बाद बच्चे की हालत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद वह डॉक्टर्स क्लीनिक बंद करके फरार है।

बिना सहमति के किया ऑपरेशन!

जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले मढौरा थाने के भुवालपुर गांव के रहने वाले चंदन शाह ने अपने बेटे गोलू को शुक्रवार की रात को धर्मबागी बाजार स्थित गणपति सेवा सदन में चल रहे क्लीनिक में भर्ती कराया था। चंदन शाह का आरोप है कि उनके बेटे को उल्टी और पेट में दर्द की शिकायत उठी थी। परिवार के सदस्यों के अनुसार, यहां डॉक्टरों ने बिना सहमति के ही मोबाइल में देखकर ऑपरेशन शुरू कर दिया। जब परिवार ने इसका विरोध किया तो डॉक्टरों ने कहा कि डॉक्टर आप हैं या मैं?

पुलिस को आरोपियों की तलाश

परिजनों का आरोप है कि सर्जरी के बाद ही उस बच्चे की हालत बिगड़ने लगी थी। इसके बाद हमने उसे पटना के एक अस्पताल में ले जाने का फैसला किया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद डॉक्टर्स मौके से तुरंत भाग गए। परिजनों ने डॉक्टर्स के खिलाफ लापरवाही के कारण मौत का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अब क्लिनिक के कर्मचारियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। वहीं बच्चे का पोस्टमार्टम करा लिया गया है।