महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपना सरकारी आवास छोड़ दिया है। वहीं सूरत से वापस लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने दावा किया कि उन्हें जबरन अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सुई लगाई गई थी। इन्हीं तमाम घटनाक्रमों पर सोशल मीडिया यूजर्स की कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। इसी बीच पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने भी कमेंट किया तो लोगों ने जवाब दिया।
दरअसल, सूर्य प्रताप सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से कमेंट किया कि जो मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया, महाराष्ट्र में शिंदे करेगा। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि एक नाथ का नाथ कौन है? उन्होंने अपने अन्य ट्वीट में कहा कि बगैर जीते सत्ता हथियाने का हथकंडा। ऑपरेशन लोटस। मध्य प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड और अब महाराष्ट्र।
यूजर्स के जवाब : संजीव कुमार नाम के एक यूजर ने सूर्य प्रताप सिंह पर तंज कसते हुए लिखा कि सिन्धे नहीं शिंदे, कहां से पढ़कर पास हुए थे। उस पर IAS भी बन गए। यह कैसे? एक अन्य सोशल मीडिया हैंडल से लिखा – सिन्धे नहीं शिंदे, और महाराष्ट्र में जो हुआ, उनके अपने को कर्मों के कारण हुआ। मराठा रक्त ने कभी मुगलई गुलामी नहीं की थी, और आज भी नहीं करेंगे इसलिए बगावत हो गई।
अनुराग पंडित नाम की ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया कि इसमें कोई गलत काम नहीं है। राजनैतिक महत्वाकांक्षा सबको होती है और इतिहास स्वयं को दोहराता है। जो उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ किया था, वहीं वापस उनको मिल रहा है। यह धरती न्यूटन के गति के तीसरे नियम पर काम करती है, जैसा दोगे वैसा मिलेगा। रजनी नाम की एक यूजर ने लिखा कि सिंधिया के पूर्वज शिंदे ही थे, वह तो अंग्रेजों की सुविधा के लिए सिंधिया कर डाला। मतलब दोनों भाई भाई हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि 15 साल बाद मध्य प्रदेश की सत्ता पर कांग्रेस पार्टी काबिल हुई थी लेकिन 15 साल बाद सत्ता में आने वाली सरकार 15 महीने बाद भी गिर गई थी। इसके पीछे का कारण था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके 22 कांग्रेसी विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद अलफत में आई सरकार के मुखिया कमलनाथ में 20 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।