उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग की लचर व्यवस्था की कई खबरें पिछले दिनों सामने आ चुकी हैं। हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब खुद ऊर्जा मंत्री औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे तो इलाके की बिजली ही गुल हो गई। सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के उर्जा मंत्री एके शर्मा का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह अंधेरे में फाइलें पढ़ते नजर आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी की तरफ से वीडियो शेयर कर तंज कसा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो
वायरल वीडियो बाराबंकी जिले का बताया जा रहा है। जहां बिजली मंत्री अरविंद कुमार शर्मा एक बिजली उपकेंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो बिजली ही चली गई। बिजली गुल होने के बाद मंत्री अरविंद कुमार शर्मा को मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में उपकेंद्र का निरीक्षण करना पड़ा। वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मोबाइल टॉर्च की रौशनी में ही शिकायती रजिस्टर को चेक किया और उपभोक्ताओं को कॉल लगाकर फीडबैक लिया।
समाजवादी पार्टी ने वीडियो शेयर कर कसा तंज
समाजवादी पार्टी ने वीडियो को शेयर कर सरकार पर तंज कसा है। सपा की तरफ से ट्वीट किया गया कि “गुजरात मॉडल” वाले मंत्री जी ने यूपी में बत्ती की गुल। सपा सरकार में जहां शहरों, कस्बों, गांवों में निर्बाध बिजली की सप्लाई थी, वहीं BJP राज में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री तक बिजली को तरस रहे। बाराबंकी में विद्युत समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री की उपस्थिति में बिजली जाना, शर्मनाक! वायरल वीडियो पर लोग भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
@tusharcrai यूजर ने लिखा कि ऊर्जा मंत्री, जब अंधेरे में हैं तो हम आप रोशनी की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? मंत्री जी बाराबंकी में औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे, जहां मोबाइल टार्च के रोशनी से काम चलाना पड़ा। @rohitagarwal850 यूजर ने लिखा कि माननीय ऊर्ज़ा मंत्री अरविंद शर्मा आज बाराबंकी में औचक निरीक्षण पर गये थे, बिजली किसी अलग लोक में निरीक्षण करने गयी थी,मोबाइल की रोशनी में मंत्री जी ने कालजयी निरीक्षण सम्पन्न किया!
बता दें कि योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश में बिजली की उपलब्धता की जमकर तारीफ हुई थी लेकिन दूसरे कार्यकाल में लोगों द्वारा बिजली संबधित की जा रही शिकायतों का अंबार लगा है। सोशल मीडिया के जरिए बड़ी संख्या में लोगों ने बिजली कटौती को लेकर शिकायतें दर्ज करवाई हैं। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर लोगों ने एके शर्मा से बाराबंकी में बदहाल बिजली व्यवस्था को लेकर शिकायत की थी, जिसके बाद वह औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे।