कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरना स्थल के पास से शुक्रवार को एक युवक का क्षत-विक्षत शव मिला है। इसी विषय पर एक न्यूज़ चैनल में डिबेट हो रही थी। जिसमें अखिलेश यादव की पार्टी के नेता राजकुमार भाटी ने एक ऐसी बात कही, जिसको लेकर एंकर सुशांत सिन्हा भड़क गए।

टाइम्स नाउ नवभारत न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘राष्ट्रवाद’ में सिंघु बॉर्डर पर पाए गए शव को लेकर सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि कृषि आंदोलन के इर्द-गिर्द कोई भी घटना होती है तो किसानों पर सारे आरोप मढ़ दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में षड्यंत्र की बू आ रही है, इस तरह की घटना को इसलिए अंजाम दिया जाता है कि आप जैसे पत्रकार किसानों के खिलाफ बोल सकें।

सपा नेता की बात पर एंकर ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, क्या जो वीडियो में निहंग दिख रहे हैं। उनको बीजेपी ने मारने के लिए भेजा है? सपा नेता ने कहा कि जो भी लोग लोकतंत्र को मानते हैं उन्हें किसान आंदोलन के सामने नतमस्तक हो जाना चाहिए। एंकर ने पूछा, क्या नतमस्तक होने का तरीका यह है कि किसी को मारकर टांग दें?

सपा नेता ने कहा, आपका गुस्सा किसी वजह से हो सकता है.. मुझे आप के गुस्से की परवाह नहीं है। अगर मैं कहूं कि युवक को आपने मारकर टांग दिया तो क्या कहेंगे? एंकर ने इसका जवाब दिया, आप इस बात को साबित कर दीजिए। मैंने तो यह नहीं कहा कि आपने मार दिया।

सपा नेता ने जब एंकर की पत्रकारिता पर सवाल उठाया तो सुशांत सिन्हा ने कहा कि नेता अपनी राजनीति का स्तर देखें हमें न सिखाएं। एंकर सुशांत सिन्हा और सपा नेता राजकुमार भाटी के बीच तीखी बहस होने लगी। उल्लेखनीय है कि सिंघु बॉर्डर के पास मिले शव को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि इसे धार्मिक मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है