बिहार के भागलपुर में रविवार को एक निर्माणाधीन पुल अचानक गिर गया। खगड़िया -अगुवानी- सुल्तानगंज के बीच बन रहे पुल के टूटने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुल टूटने के जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं इस पुल के टूटने पर स्थानीय निवासी काफी नाराज हैं। कुछ नागरिकों ने तो यहां तक कह दिया कि पता नहीं जनता कभी इस पुल का इस्तेमाल कर पायेगी भी या नहीं?
स्थानीय निवासी पुल टूटने से नाराज
पुल टूटने के बाद वहां स्थानीय निवासी इकठ्ठा हो गए। इस दौरान समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एक चश्मदीद प्रमोद कुमार ने कहा कि पुल टूटने पर काफी तेज आवाज हुई। वहीं इसके बाद पत्रकार ने पूछा कि पिछले आठ साल से पुल का काम चल रहा है, क्या लगता है? इस प्रमोद कुमार ने जवाब देते हुए कहा, “पता नहीं क्या मैटेरियल दे रहा है कि नहीं दे रहा है। पहले भी गिरा और अब भी गिर गया। पता नहीं इस पुल पर पब्लिक चलेगा भी या नहीं चलेगा।”
वहीं एक अन्य चश्मदीद राकेश कुमार ने कहा कि शुरू में हमने सोचा कि यह एक धमाका है। उन्होंने कहा, “बाद में हम समझ गए कि पुल गिर गया है। यह सरकार में भ्रष्टाचार को दर्शाता है। यह पहली बार नहीं है। एक निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, राज्य सरकार भ्रष्ट है। पहले भी एक बार पुल गिर चुका है। अब उम्मीद भी 2030 के बाद लग रहा है।”
सोशल मीडिया पर लोग दे रहे प्रतिक्रिया
बिहार में पुल टूटने पर सोशल मीडिया पर लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। भरत जैन नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “नीतीश कुमार स्पेशल। अपने आदर्श लालू प्रसाद के बताए रास्ते पर चल रहे हैं। बिहार के पिछड़ने की एक वजह है और इसकी वजह नीतीश और यादव परिवार जैसे नेता हैं।”
नीरज सहगल नाम के यूजर ने लिखा, “ताकतवर मजबूत पुल नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार का भार नहीं उठा सका। राहुल गांधी,ममता बनर्जी और अन्य नेताओं की ओर से कोई टिप्पणी नहीं या उनके लिए यह ये तो होता रहता है जैसा मामला। 1717 करोड़ भ्रष्टाचार में डूब गए।”