DM Dharmendra Pratap singh: कुछ लोग होते हैं जिन्हें पावर मिलते ही वे घमंड में आ जाते हैं। कुर्सी का घमंड गरीब लोगों पर दिखाकर उनपर रोब झाड़ते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कितने भी बड़े पद क्यों ना पहुंच जाएं वे हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े होते हैं। ये बातें इसलिए क्योंकि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें शाहजहांपुर में डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह अपनी कुर्सी छोड़कर एक-एक फरियादी के पास जाकर उनकी परेशानी सुन रहे हैं और फिर उसका समाधान कर रहे हैं।
इसी दौरान वे एक बुजुर्ग महिला के पास पहुंचते हैं। वे पहले उनका हाल पूछते हैं। डीएम अम्मा से आगे पूछते हैं कि वे यहां तक कैसे आई हैं। वे उनके रास्तों के बारे में पूछते हैं। इसके बाद उन्हें शायद समझ आ जाता है कि अम्मा ने कुछ खाया नहीं है। वे आगे कहते हैं, अम्मा आपने क्या खाया है? आपने खाना खाया या नहीं। वे उनसे भोजन-पान के बारे में पूछते हैं। इस पर अम्मा जवाब दे रही है नहीं। डीएम उनकी बात सुनते हैं फिर कहते हैं कि हम आपको नाश्ता ऑफिस में कराते हैं। हमने आपके लिए पूरी व्यवस्था की है। यह सुनकर अम्मा भी भावुक हो जाती हैं और साहब के सम्मान में हाथ जोड़ लेती हैं। इस पर वे उन्हें हाथ जोड़ने से मना करते हैं।
अब एसी लगे सभागार में बैठते हैं फरियादी
दरअसल, डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने कलक्ट्रेट में जनसुनवाई की पूरी व्यवस्था बदल दी है। यानी अब डीएम अपने रूम में ना बैठकर सभागार में लोगों को बैठाकर उनकी परेशानी सुनते हैं। वे खुद एक-एक करके लोगों के पास जाते हैं। इस बार भी डीएम ने लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को निस्तारण के लिए निर्देश दिया।
पुरानी परंपरा के अनुसार, डीएम अपने कक्ष में बैठकर एक-एक करके लोगों की परेशानी सुनते थे। सर्दी-गर्मी में लोगो को अपने बारी का इंतजार करना पड़ता था। इसलिए डीएम ने लोगों को आराम देने के लिए नई व्यवस्था शुरू की है। वे लोगों को एसी रूम में बैठाया और उनके लिए चाय, नाश्ता पान की व्यवस्था की।
इसी दौरान वे एक बुजुर्ग महिला से मिले और उनके भूखे होने की जानकारी मिलने पर उन्हें नाश्ता कराया। अब लोग इस वीडियो पर खूब कमेंट कर रहे हैं। लोग डीएम की तारीफ कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि डीएम सर ने दिल जीत लिया। वैसे आपकी क्या राय है?