मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रचार प्रसार अपने आखिरी दौर पर है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने हाल ही एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपने ही भतीजे पर जोरदार हमला बोल दिया। दिग्विजय सिंह ने मधुसूदनगढ़ राजपरिवार के सदस्य को गद्दार कह दिया। इसके पीछे ज्योतिरादित्य सिंधिया को वजह बताया जा रहा है।

दिग्विजय सिंह छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के प्रचार के लिए खेराड़ गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला। साथ ही अपने भतीजे और मधुसूदनगढ़ राजपरिवार के सदस्य रुद्रदेव सिंह पर भी निशाना साधा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि आखिर क्या नहीं किया इस परिवार के लिए? लेकिन उसके बाद भी गद्दारी की और गद्दारों के साथ मिलकर हमारा विरोध करता है। शर्म आनी चाहिए।

ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा , “वे(सिंधिया) विचारधारा से समझौता करने वाले लोगों में से है।” हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं था जब दिग्विजय सिंह ने सिंधिया पर हमला बोला हो लेकिन दिग्विजय सिंह के बयान की चर्चा उस वक्त होने लगी जब उन्होंने अपने ही भतीजे को ‘गद्दार’ कह दिया।

आखिर भतीजे पर क्यों भड़के दिग्विजय सिंह?

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब कांग्रेस के साथ बगावत की थी तब मधुसूदनगढ़ राजपरिवार के सदस्य रूद्रदेव सिंह को भी अपने साथ ले लिया था। सिंधिया के साथ रूद्रदेव सिंह भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद ही वह लगातार दिग्विजय सिंह के अपने निशाने पर लेते रहे हैं। यही वजह है कि जब वह अपने गढ़ में पहुंचे तो भतीजे पर भी हमला करने से नहीं चूके।

दिग्विजय सिंह के हमले का जवाब खुद रुद्रदेव सिंह ने दिया। उन्होंने कहा कि गद्दारी तो लक्ष्मण सिंह ने की थी जब वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। मुझे तो मान-सम्मान चाहिए था, जो ज्योतिरादित्य सिंह की तरफ से मिल रहा है। बता दें कि 15 नवंबर को चुनाव प्रचार की अंतिम तारीख है, 17 नवंबर को मतदान होने वाले हैं। 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे।