उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को विपक्ष के नेता अक्सर ‘बेचारा’ कहते हुए दिखाई देते हैं। सोशल मीडिया पर उन्हें स्टूल मंत्री कहकर ट्रोल भी किया जाता है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी छोड़ने के बाद कहा था कि उनकी संवेदनाएं केशव प्रसाद मौर्य के साथ है। दरअसल एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें सीएम योगी और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा कुर्सी पर बैठे हुए थे जबकि उन दोनों के बीच में केशव प्रसाद मौर्य प्लास्टिक की स्टूल पर बैठे नजर आए थे। इसी तस्वीर को लेकर लोग अभी तक केशव प्रसाद मौर्य को ट्रोल करते हैं।
न्यूज24 पर एक इंटरव्यू के दौरान जब केशव प्रसाद मौर्य से पूछा गया कि विपक्ष के लोग आपके अपमान को मुद्दा बनाते हैं, आपके स्वाभिमान को मुद्दा बनाते हैं। जबसे आप मुख्यमंत्री बने हैं तब से कहा जा रहा है कि आपके नेम प्लेट को हटा दिया गया, ये भी कहते हैं कि आपको स्टूल पर बैठा दिया गया, आपको किनारे कर देते हैं?
इस पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि व्यक्तिगत/पारिवारिक बातों पर मैं नहीं जाता, लेकिन अखिलेश यादव इस बात का जवाब दें कि क्या एक पुत्र को जो पिता को सम्मान देना चाहिए, उन्होंने दिया क्या? चाचा को सम्मान देना चाहिए वो दिए क्या? मेरे प्रति इतनी सहानुभति दिखा रहे हैं। बाबू जी (कल्याण सिंह) पिछड़े वर्ग के इतने बड़े नेता थे, उनके निधन के बाद उनको श्रद्धांजलि देने क्यों नहीं गये?
2012 से लेकर 2017 तक समाजवादी पार्टी की सरकार पूर्ण बहुमत में थी, क्या कोई केशव प्रसाद मौर्य के विरादरी या पिछड़े वर्ग का नेता नहीं था जिसे वे उप-मुख्यमंत्री बना देते। उनका सारा पिछड़ा प्रेम दिखावा और धोखा है। प्रधानमंत्री दलितों और सफाईकर्मियों के पैर धोते हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर बनाने वाले कर्मियों पर पीएम मोदी ने पुष्पवर्षा की और बाद उनके साथ बैठकर बातें की। ये लोग क्या करते हैं?
बता दें कि यूपी चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी से होने जा रही है। ऐसे में राजनीतिक माहौल गर्म है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इसी बीच विपक्ष उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अपमान की बात कह बीजेपी को घेरने की कोशिश करता है। सोशल मीडिया पर भी केशव प्रसाद मौर्य को लोग खूब ट्रोल करते हैं। इसी पर उन्होंने अब जवाब दिया है।