उत्तर प्रदेश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दो सिपाही एक दिव्यांग की पिटाई कर रहे हैं। इस वीडियो को देखकर लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे है। समाजवादी पार्टी की तरफ से भी इस वीडियो के सामने आने के बाद योगी सरकार पर हमला बोला गया है।
घटना शनिवार (29 जुलाई) को उत्तर प्रदेश के देवरिया शहर में हुई। पिटने वाले दिव्यांग व्यक्ति का नाम सचिन सिंह है। वहीं दोनों पीआरडी जवानों के नाम राजेंद्र मणि और अभिषेक सिंह हैं। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दोनों जवान, दिव्यांग व्यक्ति की पिटाई कर रहे हैं। जब दिव्यांग अपनी साइकिल लेकर भागने की कोशिश करता है तो सिपाही पीछा कर उसे पीट रहे हैं।
मुंबई में एक ट्रेन दुर्घटना के दौरान पाने पैर गंवाने वाले सचिन का कहना है, वह शनिवार देर रात खाना खाकर घर लौट रहे थे। तभी सड़क पर उन्हें एक कछुआ दिखा, वे कछुए को दुग्धेश्वरनाथ मंदिर के पास एक झील में छोड़ने गये थे। सचिन ने बताया कि तालाब से लौटते समय दो पीआरडी जवान दिखे। कछुए को पकड़कर कछुए के बारे में पूछा, तो मैंने उनसे पानी मांग लिया था लेकिन, पीआरडी जवानों ने उन्हें जेल में डालने और पीटने की धमकी दी। उन्होंने मेरी तिपहिया साइकिल की चाबी भी छीन ली।
वहीं जब इस घटना का वीडियो वायरल हुआ तो दोनों जवानों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। समाजवादी पार्टी की तरफ से योगी सरकार पर हमला बोला गया है।सपा मीडिया सेल द्वारा लिखा गया, “देवरिया से आई ये दर्दनाक और बेरहम बर्बर वीडियो देखिए, एक दिव्यांग ने पुलिसकर्मियों से पीने का पानी मांग लिया तो योगी जी के पुलिसकर्मियों ने उस दिव्यांग को बर्बरता से पीटा। यही योगीराज में बर्बर, बेलगाम पुलिस के कारनामे हैं ,कुछ घटनाएं प्रकाश में आ जाती हैं लेकिन बहुत कुछ ऐसा घटित हो रहा जो पता तक नहीं चलता ,यही योगीराज में बर्बर शर्मनाक व्यवस्था चल रही।”
सपा मीडिया सेल के ट्वीट पर एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “आज सोशल मीडिया का जमाना है, सबके हाथ में फोन है तो ऐसे वीडियो आसानी से मिल जाते हैं, किंतु सोचो जब मुलायम सिंह जी के समय फोन भी कम थे और सोशल मीडिया भी नहीं था तब कैसे हालात रहे होंगे? जेपी गौतम ने लिखा, “उत्तर प्रदेश में रामराज चरम पर है सत्ता का नशा केवल भाजपा नेताओं को ही नहीं बल्कि पुलिस वालों को भी चढ़ गया है”। प्रवीण ने लिखा, “पुलिस वाले कोई पागल नहीं होते जो केवल पानी मांगने पर ऐसे पीटने लगेंगे। जरूर कोई और बात रही होगी।”
सोशल मीडिया पर तमाम लोगों ने इस वीडियो के सामने आने के बाद सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, साथ ही सवाल उठा रहे हैं कि आखिर पुलिस वालों मानवीयता खत्म क्यों हो गई है?
