Unacademy के टीचर करण सांगवान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें वह छात्रों से पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील कर रहे थे। उनके इस वीडियो को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। अब Unacademy ने उन्हें संस्थान से निकाल दिया है। इस पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाए हैं।

अरविंद केजरीवाल ने उठाया सवाल

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, ‘क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूं। लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का जमाना है। 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते।’

सोशल मीडिया पर आ रहे ऐसे रिएक्शन

सोशल मीडिया पर लोग अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @Aniketpandey33 ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘अनपढ़ होने या कम पढ़े होने के आधार पर आप चुनाव में भाग लेने के लिए पाबंदी नहीं लगा सकते। आप लोगों ने नरेश बालियान को विधायक बनाया जो कि नौवीं फेल हैं, आज वो वसूली में लिप्त पाए गए हैं।’ राज नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘किसे रखना और किसे नहीं ये संस्थान का अपना फैसला है, ये भी अब आप डिसाइड करोगे क्या?’

अमित झा ने लिखा, ‘उस शिक्षक महोदय को दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा मंत्रालय में किसी एडवाइजर के पद पर नौकरी देना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली के कई एमएलए ने अपने रिश्तेदारों को अलग अलग मंत्रालयों में नौकरी दिलाई थी, वो भी मोटी सैलरी के साथ, फिर ये तो पढ़े लिखे हैं।’ यदविंदर नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘मोदी जी यह कैसा लोकतंत्र है जहां किसी को अपनी व्यक्तिगत बात रखने का हुक्म नहीं है। क्या हम वाकई बड़े लोकतांत्रिक देशों में आते हैं?’

बता दें कि करण सांगवान का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह कानून में हुए बदलाव को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि याद रखना, अगली बात वोट किसी पढ़े लिखे को देना। इस वीडियो को समर्थक और विरोधी दोनों तरह के लोग अपने अपने कैप्शन के साथ शेयर किया था।