बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने सोमवार को ट्विटर पर एक मजेदार सर्वे किया। दरअसल वह अंग्रेजी शब्‍द ‘Cool’ के प्रचलन की वजह का पता लगाना चाह रहे थे। सुबह उन्‍होंने ट्वीट किया, ”मैं आजकल बहुत सारे लोगों को ‘Cool’ शब्‍द का इस्‍तेमाल करते देखता हूं। तो ‘Cool’ होना किसे कहते हैं ? आपके हिसाब से भारत में #CoolestGuy कौन है ?” खेर के इस सवाल पर ट्विटर यूजर्स ने मजेदार जवाब दिए। विवेक ठाकुर ने मजाकिया लहजे में जवाब दिया, ”केजरीवाल, क्‍योंकि उन्‍हें काफी जल्‍दी सर्दी लग जाती है।” कुछ यूजर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को CoolestGuy का खिताब दिया। संदीप ने कहा, ”नरेंद्र मोदी, क्‍योंकि जो उन्‍हें सही लगता है, वे वही करते हैं। शोर और हंगामे की वजह से ध्‍यान भंग नहीं करते। कुछ यूजर्स ने अनुपम खेर को ही भारत के CoolestGuy का तमगा दिया। शिवम ने लिखा, ”CoolestGuy असल में राहुल गांधी हैं, वह बिना हालात समझे कहीं भी, कुछ भी बोल सकते हैं।”

विशाल ने लिखा है कि ”विराट कोहली और नरेंद्र मोदी CoolestGuy हैं जो कि अलग अंदाज, अलग एटिट्यूड के साथ आए और लोगों ने उन्‍हें फॉलो किया।” अदिति लिखती हैं, ”मेरे ख्‍याल से जो शांति से बैंकों और एटीएम के बाहर लगे हैं और जरा भी अशांति नहीं फैला रहे। दयालु और निष्‍पक्ष होना ही Coolest है।” अनुपम खेर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का समर्थन करते रहे हैं और विरोध के बावजूद बेबाक राय रखते रहे हैं।

https://twitter.com/Parashar_kalita/status/808310496038268930

https://twitter.com/AddhayanB/status/808306594337296384

https://twitter.com/TheRKSaini/status/808307501070434305

पिछले दिनों उन्‍होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था, “मैं उनकी भारतीयता पर शक नहीं कर रहा, लेकिन एक बार राहुल गांधी को राष्ट्रगान गाते हुए देखना चाहता हूं। जानना चाहता हूं कि उन्हें राष्ट्रगान के बोल याद भी है या नहीं।” उन्‍होंने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले का समर्थन भी किया था। उन्‍होंने कहा था कि अगर लोगों को इससे कोई समस्या होगी, तो उनके पास वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में इस सरकार को बदलने का मौका है।

खेर ने कहा था ‘कोई व्यक्ति चीजों को बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं, हमें उन्हें रोकना नहीं चाहिए। फिर भी यदि हम इतने दुखी होंगे, तो वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, अगली बार (भाजपा सरकार को) सत्ता में नहीं आने देंगे। उन्हें पांच साल तो काम करने दीजिए।’