राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) द्वारा जातिवाद को लेकर एक बयान दिया गया। जिसके बाद से इस विषय पर कई तरह की चर्चा होने लगी। इसको लेकर कांग्रेस नेता (Congress Leader) सवाल उठाने लगे। कुछ कांग्रेस नेताओं ने संघ प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने ब्राह्मणो का अपमान किया है। इस बीच कांग्रेस नेता उदित राज (Congress Leader Udit Raj) ने एक ट्वीट किया तो सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) कई तरह के कमेंट करने लगे।

कांग्रेस नेता ने किया ऐसा ट्ववीट

सोशल मीडिया पर अपने ट्ववीट जरिये खूब एक्टिव रहने वाले कांग्रेस नेता उदित राज ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान लिखा,”अगर जाति पंडितों ने बनाया तो धर्म भी इन्होंने बनाया।” उदित राज द्वारा किये गए इस ट्ववीट पर कुछ लोगों ने कई तरह के सवाल करते हुए ट्रोल किया है वहीं कुछ यूज़र्स ने उनकी बातों का सर्थन भी किया है।

उदित राज के ट्ववीट पर लोगों के कमेंट्स

@Bharati_ST नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”पंडित मुगलों और कश्मीरी मुसलमानों द्वारा उनकी हत्याओं को नहीं रोक सके। पंडित लव जिहाद से नहीं रोक सके। धर्मांतरण नहीं रोक सके। आरक्षण नहीं रोक सके. दलितों को सांसद और विधायक बनने से नहीं रोक सके लेकिन लोग कहते हैं कि पंडित उन्हें उनकी जाति बदलने से रोकते हैं। गजब कुतर्क है।” @r_pandey_2010 नाम की एक यूजर ने पूछा- अगर धर्म भी ब्राह्मण ने बनाया तो तुम बौद्ध, ईसाई, इस्लाम धर्म क्यों मानते हो? @hindu_demos नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- कुछ पता रहता नहीं, स्थाई जाति संविधान ने बनाया और धर्म केवल सनातन हिन्दू है।

@SunilMi33380978 नाम के एक यूजर ने पूछा- कौन-कौन सा धर्म बनाया? ये भी तो बताओ? @RVenkat_India नाम के एक यूजर ने लिखा,”श्रीमान, आप के समझ से बाहर है ये सब विषय। पंडित शब्द की उत्पत्ति पंड से हुई है जिसका अर्थ विद्वता होता है अर्थात एक विद्वान पंडित होता है। आप अगर गूगल भी कर लेते तो समझ जाते। @AdShivamsharm नाम के एक यूजर ने सवाल किया- पंडितों ने जाति बनाई है,आप फिर जाति प्रमाण पत्र क्यों बनवाते हो?

जानकारी के लिए बता दें कि मोहन भागवत ने जातिवाद पर कहा कि भगवान के लिए सभी लोग एक समान है। उनमें कोई जाति या वर्ण नहीं है लेकिन पंडितों ने अलग-अलग श्रेणी बनाई जो कि गलत था। हालाकिं आरएसएस की ओर से इस बयान पर सफाई देते हुए कहा गया कि पंडित का मतलब किसी जाति से नहीं बल्कि विद्वानों से है।