मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा है कि केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को बहूरानी कहना अपमानजनक नहीं है। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि इस शब्द के इस्तेमाल पर गुस्सा दिखाना उन्हें समझ में नहीं आता है। संजय निरुपम ने ट्वीट किया, ” बहूरानी शब्द ना तो सेक्सिस्ट है और ना ही अनादर सूचक, यह सिर्फ आदरणीय मंत्री जी द्वारा रोल किये गये शायद एक मात्र टीवी कैरेक्टर की याद दिलाता है, इस शब्द के इस्तेमाल पर इतनी असहिष्णुता क्यों हैं, क्या इस किरदार को निभाने वाला शर्मिंदा है?”

बता दें कि संजय निरुपम पहले भी सार्वजनिक वक्तव्यों में स्मृति ईरानी को बहूरानी कहकर संबोधित कर चुके हैं। पिछले साल एक टीवी डिबेट के दौरान संजय निरुपम ने स्मृति ईरानी कहा तो उनके साथ पैनल में मौजूद बीजेपी नेता संबित पात्रा ने इस पर आपत्ति जताई थी और उन्हें बहूरानी कह संबोधित नहीं करने को कहा था। तब संबित पात्रा ने कहा कि आपको उन्हें उनके नाम से बुलाना चाहिए।

संजय निरुपम के इस ट्वीट पर लोगों ने कई प्रतिक्रियाएं दी है। ट्विटर यूजर्स ने इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी को निशाना बनाया है। एक यूजर ने इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “ठीक कहा संजय निरुपम, जैसे कि आपके बॉस को विदेशी बहू और राहुल को पप्पू नाम भी सम्मानजनक ही है।” एक यूजर ने लिखा, “यदि ऐसा ही है तो गुजरात चुनाव के समय पप्पू शब्द पर आपत्ति क्यों जताई थी, फिर शाहजादा शब्द से आप लोग क्यों चिढ़ते हैं।” राहुल गांधी के खिलाफ बगावत करने वाले शहजाद पूनावाला ने कहा, “इस लॉजिक से बिग बॉस में काम करने पर आपको कैदी कहा जाना चाहिए।”

एक यूजर ने कहा कि बहूरानी तो सास कहती है, आप क्यों सास बन रहे हैं। एक यूजर ने राय दी और कहा, “कोई शब्द अनादर सूचक नहीं होता है, लेकिन उसके मंशा जरूर ऐसी होती है। आपकी मंशा ऐसी ही है। एक यूजर ने कहा कि आपने अपने ट्वीट को स्मृति ईरानी को टैग क्यों नहीं किया। क्या आप डर गये। कई यूजर्स ने कहा कि कांग्रेस को अपना परफॉर्मेंस सुधारने पर ध्यान देना चाहिए, ना कि इन बातों पर।