देश में इस वक्त तीन मूर्ति स्थित नेहरू मेमोरियल एंड लाइब्रेरी को लेकर जबरदस्त बहस छिड़ी हुई है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा की जा रही है कि केंद्र सरकार नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी में ही देश के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए म्यूजियम बनवाना चाहती है। इस मामले को लेकर टीवी से लेकर सोशल मीडिया पर हर कोई अपने विचार रख रहा है। इसी मुद्दे पर न्यूज़ चैनल आज तक पर भी डिबेट का आयोजन किया गया, जिसमें बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और कांग्रेस की तरफ से मीम अफजल समेत अन्य नेताओं को आमंत्रित किया गया था। इस टीवी डिबेट के दौरान संबित पात्रा और मीम अफजल के बीच जमकर बहस हो गई।

बहस के दौरान संबित पात्रा कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह बता रहे थे कि अगर वाट्सएप और ट्विटर का नाम कांग्रेस को रखने का मौका मिलता तो क्या नाम रखे जाते। जिस वक्त बीजेपी प्रवक्ता ये बात बोल रहे थे, उसी वक्त मीम अफजल फटीचर शब्द बोलते सुनाई दिए। उन्होंने कहा, ‘…फटीचर का लफ्ज़… सुनिए… फटीचर…’ हालांकि कांग्रेस नेता जो बात कहना चाहते थे, उसे वह पूरी नहीं कर सके।

वहीं संबित पात्रा ने कहा, ‘मैं हर बार कहता हूं कि अगर कांग्रेस का बस चलता न तो ये जो मोबाइल में वाट्सएप है न, इसका नाम राजीव गांधी मुफ्त गपशप योजना रखते। इस ट्विटर का भी नाम इंदिरा गांधी उड़ंत चिड़िया रखते। आप फेसबुक का नाम भी रखते। आप फेसबुक का नाम राजीव गांधी चेहरा दर्शन योजना रखते। मैं अच्छी तरह से जानता हूं आप लोगों को।’

बता दें कि नेहरू मेमोरियल के मामले में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भी पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उनसे देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की विरासत से छेड़छाड़ न करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि मौजूदा केंद्र सरकार नेहरू से जुड़ी विरासत से छेड़छाड़ करना चाहती है। उन्होंने लिखा है कि तीन मूर्ति स्थित नेहरू मेमेरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) की प्रकृति एवं स्वरूप को केंद्र सरकार बदलना चाहती है, यह सरकार के एजेंडे में शामिल है। पूर्व पीएम ने लिखा है कि जवाहर लाल नेहरू सिर्फ कांग्रेस से संबंध नहीं रखते थे बल्कि वो पूरे देश के नेता थे। उन्होंने लिखा है कि तीन मूर्ति कॉम्प्लेक्स के साथ छेड़छाड़ न किया जाए।