उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार को जबरदस्त हंगामा हुआ है, पत्थरबाजी और आगजनी हुई। इसके बाद हरकत में आई यूपी पुलिस ने सैकड़ों ऐसे लोगों की पहचान की है जो पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल थे। अब उनपर कार्रवाई की जा रही है। इसी बीच यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने आधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि दोषियों पर ऐसी कार्रवाई की जाए कि फिर कोई प्रदेश का माहौल खराब करने के बारे में सोचे भी ना।

अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद सीएम योगी के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा गया कि “माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाएगी। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। एक भी निर्दोष को छेड़ा नहीं जाएगा और कोई भी दोषी छोड़ा नहीं जाएगा। माफिया को संरक्षण देने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा तथा माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी। साजिशकर्ताओं/अभियुक्तों की पहचान कर यथाशीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी। ऐसे लोगों के विरुद्ध NSA अथवा गैंगस्टर एक्ट के तहत नियम-संगत कार्रवाई की जाएगी।”

इसके साथ ही सीएम योगी के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया कि “उपद्रवियों पर कार्रवाई ऐसी हो, जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक उदाहरण बने और माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके।” इस पर अब लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। शिव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘योगी जी बयानबाजी से कुछ नहीं होगा। नरेंद्र मोदी मत बनिए एक्शन लीजिए। इनकी सरकारी योजनाओं का लाभ बंद कीजिए ,घर को जमींदोज कीजिए, तभी इनको अक्ल आएगी।’

सीमा यादव ने लिखा कि ‘बिलकुल, नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को भी तत्काल गिरफ्तार करो और ऐसी सजा दो कि ये कभी किसी के धर्म का उपहास उड़ाने से पहले 50 बार सोचें।’ जावेद अहमद ने लिखा कि ‘क्या कार्रवाई सिर्फ मुसलमानों के लिए ही बनी है?’ दीपक कुमार ने लिखा कि ‘आपको क्या लगता है दमन एक अच्छी नीति है?’ विष्णु जायसवाल ने लिखा कि ‘बात तो सही है बाबा जी, असामाजिक सोच रखने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए पर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल जैसे असामाजिक तत्व बाहर क्यों घूम रहे हैं। उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है क्या यही धर्म है।’

पूजा नाम की यूजर ने लिखा कि ‘सबसे पहले आप अपनी पार्टी की निष्कासित प्रवक्ता पर यह कानून लागू करिए। फिर ही आप अपना मान रखने योग्य बनेंगे।’ नेहा नाम की यूजर ने लिखा कि ‘जिस नूपुर शर्मा की वजह से ये सब हो रहा है, उसको गिरफ्तार ना करने की वजह से ये सब हो रहा है। सरकारें नूपुर को गिरफ्तार ना करके खुद इस हिंसा को साफ तौर पर बढ़ावा दे रही हैं?’ अखिल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘महाराज जी, आपसे निवेदन है कि जो आपने अपनी रैली में एक लाइन बोली थी की जून में भी शिमला बना देंगे। जून का महीना भी है और कुछ पकड़े हुए शांतिदूत उपद्रवी भी हैं। इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा।’

बता दें कि सीएम योगी ने कहा कि हम एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं। ऐसे में हमें सभी पक्षों से संवाद बनाए रखना होगा। धर्मगुरुओं/सिविल सोसाइटी से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखने के साथ-साथ उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी रखी जाएगी। गौरतलब है कि भाजपा की पूर्व नेत्री नूपुर शर्मा और नेता नवीन कुमार जिंदल के द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के बाद से ही विवाद खड़ा हो गया है। इसी पर विवाद के चलते 10 जून को प्रदेश के कई जिलों में पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएँ दर्ज की गईं।