उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लुलु मॉल का उद्घाटन खुद सीएम योगी ने किया था। इस मॉल के शुरू होते ही कई तरह के विवाद के खड़े हो गये। पहले इस मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आया, फिर सिर्फ हिंदू लड़कियों को काम देने का दावा किया गया। फिर हनुमान चालीस पढ़ने को लेकर यह मॉल विवादों में आ गया है। हालांकि अब सीएम योगी ने सख्त निर्देश दिया है।

लुलु मॉल में नमाज पढ़े जाने के विरोध में कई लोगों ने हनुमान चालीसा पढ़ने की बात कही थी, जिसको लेकर लगातार राजनीति हो रही है। अब सीएम योगी ने कहा है कि ‘मॉल व्यावसायिक प्रतिष्ठान को लेकर कार्य कर रहा है, उसको लेकर राजनीति का अड्डा बनाना, अनावश्यक बयानबाजी करना और उसके नाम पर प्रदर्शन करना बिलकुल बर्दाश्त नहीं होना चाहिए। लखनऊ प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।’

सीएम योगी के इस बयान पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। निखिल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘योगी जी आपकी बात बिलकुल उचित है, जल्द से जल्द इस विवाद का हल होना चाहिए | पर मुस्लिम समाज को भी सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा नहीं करना चाहिए और “हिन्दू समाज” को भी नमाज के विरोध में हनुमान चालीसा नही पढ़ना चाहिए।’

एक यूजर ने लिखा कि ‘आप से वैचारिक मतभेद हो सकता है मगर जब सही बात होगी तो उसका स्वागत अवश्य करना चाहिए।’ ज्ञानेंद्र सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘योगी जी लुलु मॉल ही नहीं उत्तर प्रदेश में कहीं भी किसी जगह भी राजनीति का अड्डा नहीं बनने देना चाहिए, जो नफरत उन्माद फैलाकर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का काम कर रहे हैं उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए।’

इमरान खान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जब बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होई, लगेगी आग तो आयेंगे कई घर जद में, यहां सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है।’ संजीव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये बात तो उद्घाटन करते वक्त सोचना चाहिए। ये तो प्राइवेट प्रॉपर्टी है ऐसे में आपका उद्घाटन करना कितना जायज है।’ राजकुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक बात तो माननी पड़ेगी कि योगी पार्ट-2 में वास्तव में योगी जी में बहुत परिवर्तन हुआ है। मुख्यमंत्री पद पर बैठे हमारे नेताओं से ऐसी ही उम्मीद जनता को होती है।’

बता दें कि पिछले दिनों लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था, इसके जवाब में कुछ हिंदूवादी संगठनों ने भी हनुमान चालीसा पढ़ी थी। इसके बाद मॉल विवादों में आ गया था। अब सीएम योगी ने अनावश्यक बयानबाजी और विवाद खड़ा करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।