राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय को अब CISF के जवान सुरक्षा देंगे। अत्याधुनिक हथियारों से लैस CISF जवानों को मुख्यालय के परिसर में तैनात कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार दिल्ली के झंडेवालान स्थित मुख्य ‘केशव कुंज’ कार्यालय और ‘उदासीन आश्रम’ के पास स्थित कैंप कार्यालय को 1 सितंबर से CISF की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है।

CISF देगी RSS मुख्यालय को सुरक्षा

नागपुर स्थित RSS मुख्यालय और प्रमुख मोहन भागवत को पहले से ही CISF की सुरक्षा मिली हुई है। भागवत को जेड-प्लस सुरक्षा दी गई है। बताया जा रहा है कि गोपनीय इनपुट के आधार पर गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। वहीं सोशल मीडिया पर इस खबर के सामने आते ही लोग तंज कसने लगे।

लोगों की प्रतिक्रियाएं 

कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने ट्वीट किया, “नागरिक हवाई अड्डों से CISF जवानों को हटा RSS मुख्यालयों की सुरक्षा में 150 CISF जवान तैनात किए गए हैं, संघ प्रमुख को भी CISF द्वारा Z+ सुरक्षा दी गई है, आगे आप सब समझदार हैं।” राष्ट्र मंच की तरफ ट्वीट कर लिखा गया कि जहां हजारों लाखों यात्री रोजाना आते जाते हैं ,वहां “एयरपोर्ट” की सुरक्षा निजी गार्ड करेंगे लेकिन RSS हेडक्वार्टर की सुरक्षा CISF के जवान करेंगे। कमाल हैं ना मित्रों। इस ट्वीट को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा रिट्वीट किया है।

अमरदास नाम के यूजर ने लिखा कि क्यों ? यदि हवाईअड्डों की सुरक्षा निजी सुरक्षा गार्ड कर सकते हैं तो RSS मुख्यालय को निजी सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं दिए जा सकते? स्वयंसेवक अपने दंड और खड्ग से आरएसएस कार्यालयों की रखवाली नहीं कर सकते? गणेश नाम के यूजर ने लिखा कि जो लोग तीन दिन में अपनी फौज बनाने की बात करते थे उन्हें भी दूसरों की जरूरत कबसे पड़ने लगी।

बता दें कि खुफिया एजेंसियों ने दिल्‍ली स्थित आरएसएस कार्यालय की सुरक्षा को लेकर गोपनीय इनपुट गृह मंत्रालय को दिए थे। इन्हीं इनपुट के आधार पर गृह मंत्रालय ने आरएसएस मुख्यालय को CISF की सुरक्षा देने का फैसला किया है। गौरलतब है कि सरकार ने हाल ही में एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगे 3,000 से अधिक CISF पदों को खत्म कर दिया है। उनकी जगह गैर-संवेदनशील ड्यूटी निजी सुरक्षा गार्ड को सौंप दिया जाएगा। निजी सुरक्षा गार्ड यात्रियों की सहायता, लाइन लगाने, एयरपोर्ट पर कुछ जगहों की निगरानी के लिए तैनात किए जाएंगे।