पीडीपी प्रमुख व जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर निशाना साधते हुए कहा कि निवर्तमान राष्ट्रपति ने भारतीय संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया है। उनके इस बयान ने राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है। टीवी चैनलों पर इस विषय पर चर्चा हो रही है। समाचार चैनल आज तक पर इसी मुद्दे पर हो रही डिबेट के दौरान एंकर इरफान हाफिज लोन पर भड़क गईं।

हाफिज लोन बोले – धारा 370 हटाते समय राष्ट्रपति ने इन बातों का नहीं दिया था ध्यान

दरअसल, वकील इरफान हाफिज लोन अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘जो सत्य है, उसे कहना होगा। संविधान का एक हिस्सा कहता है कि अगर किसी राज्य में कुछ भी बदलाव करना है तो वहां की विधानसभा की ओपिनियन ले लीजिए। धारा 370 हटाते समय राष्ट्रपति ने इन सब का ध्यान क्यों नहीं दिया था।अगर राष्ट्रपति के कामों पर कोई सवाल उठाता है तो आपको दिक्कत क्यों होती है?’

भड़क गईं एंकर चित्रा त्रिपाठी

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि यह बात देश का हर बच्चा बच्चा जानता है कि मंगल सिंह की तरह हम लोगों पर डाका डाला गया, असंवैधानिक तरीके से जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई गई। इस पर एंकर चित्रा त्रिपाठी ने भड़कते हुए कहा, ‘कैसी बात करते हैं आप? जो संसद से पास किया गया, उसको आप बता रहे हैं कि उस पर डाका डाला गया है।’

एंकर ने डांट लगाते हुए कही यह बात

इस पर लोन ने कहा कि जिस तरह से तिरंगे के साथ हमारी भावना है, उसी तरह अनुच्छेद 370 से भी हमारी भावना जुड़ी हुई थी। एंकर ने इसके जवाब में कहा कि आप लोगों की बेचैनी समझ में आ रही है। वहीं हाफिज लोनी चीखते हुए कहा, ‘ हमें यह सब स्वीकार नहीं है, वह राष्ट्रपति हो या फिर कोई और हो।’ एंकर ने डांटते हुए पूछा राष्ट्रपति हो या कोई और हो? इसका क्या मतलब है। राष्ट्रपति कौन है? देश की सबसे बड़े संवैधानिक पद पर बैठे राष्ट्रपति का तो कम से कम सम्मान कर लीजिए।

महबूबा मुफ्ती ने दिया है यह बयान

महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा, ‘चाहे आर्टिकल 370 की बात हो या नागरिकता कानून, अल्पसंख्यकों या दलितों को निशाना बनाना हो। रामनाथ कोविंद ने हमेशा ही भारतीय संविधान के नाम पर बीजेपी के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया है। राष्ट्रपति अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया है।’