Lok Sabha Election 2019: केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा का एक बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दरअसल, महेश शर्मा ने सिकंदराबाद में आयोजित एक चुनावी कार्यक्रम में विपक्षी नेताओं से लेकर कांग्रेस तक को निशाने पर लिया था। इसी दौरान वह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बारे में कुछ ऐसा कह गए, जिनकी वजह से सोशल मीडिया पर उनकी खूब किरकिरी हो रही है। वीडियो में वह कहते नजर आते हैं, ‘अगर ममता बनर्जी यहां आकर कथक नाच करने लगें तो कौन सुन रहा है उनकी…अगर कुमारस्वामी कर्नाटक का मुख्यमंत्री यहां आकर गीत गाए तो कौन सुन रहा है उनकी? 72 सीट है इनकी, 200 कहां से लाएंगे?’
विपक्षी नेताओं पर निशाना साधने के क्रम में वह आगे कहते हैं, ‘…पप्पू तो पप्पू ही रह गया बेचारा। उस दिन हम भी थे पॉर्लियामेंट में। सामने मोदी जी बैठे थे। उनके एक लाइन पीछे हम भी बैठे थे। क्या आंख मारी, पीछे मैं भी बैठा घायल हो गया। अब पप्पू कहता है कि मैं प्रधानमंत्री बनूंगा। तो मायावती, अखिलेश यादव,…अब पप्पू की पप्पी भी आ गई है। वो प्रियंका क्या पहले हमारे देश की बेटी नहीं थी क्या?…’
शर्मनाक भाई बहन के लिए ऐसे शब्दों का चयन
— गोपाल विजयवर्गीय B+ (@gopalvijayvarg1) March 18, 2019
टि्वटर यूजर्स में महेश शर्मा के बयान को लेकर खासा गुस्सा नजर आया। गोपाल विजयवर्गीय नाम के यूजर ने राहुल और प्रियंका के लिए ऐसे शब्दों का चयन करने का शर्मनाक करार दिया। वहीं, एक यूजर ने महेश शर्मा को ‘कुसंस्कारी चौकीदार’ करार दिया। दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने टि्वटर हैंडल में चौकीदार शब्द जोड़ा था, जिसके बाद महेश शर्मा समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी ऐसा ही किया था। कुछ यूजर्स ने फनी मीम्स के जरिए भी महेश शर्मा को निशाने पर लिया। वहीं, मुमताज खान नाम के टि्वटर यूजर्स ने पूछा कि क्या देश के संस्कृति मंत्री की यही भाषा है?
बता दें कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी की खोई हुई जमीन की तलाश में प्रियंका गांधी गंगा यात्रा पर निकली हैं। हालांकि, इस वजह से वह बीजेपी के निशाने पर भी हैं। सोमवार को भाजपा ने कहा कि गांधी परिवार के लिए हर चुनाव ‘पिकनिक’ की तरह होता है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा, ‘गांधी परिवार के लिए तो हर चुनाव पिकनिक की तरह है। उसके सदस्य यहां आते हैं और भाषण देकर चले जाते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद वे स्विट्जरलैंड या इटली रवाना हो जाते हैं।’ 
उन्होंने कहा, ‘जैसे ही नए चुनाव की घोषणा होती है, गांधी परिवार का कोई नया सदस्य सामने आता है और खुद को जादुई नेता समझने लगता है। उन सम्मानित नेता (प्रियंका) ने पूर्व में हुए चुनावों में भी कांग्रेस के लिये प्रचार किया था, इसके बावजूद उनकी पार्टी को अपने घर में ही हार का मुंह देखना पड़ा था।’

