पिता के बारे में क्या ही कहा जाए… मां की ममता को लेकर तो काफी बातें की जाती हैं औऱ होनी भी चाहिए मगर पिता के संघर्ष के नीचे उनका दर्द छिप जाता है। वे परिवार के सामने मजबूत ढाल बनने में इतने मग्न हो जाते हैं कि अपनी ख्वाहिशों और अपनी तकलीफों को बच्चे की चेहेरे की खुशी के नीचे दबाकर रखते हैं। पिता के ढाल हैं जिनके होते हुए कोई भी आंच परिवार पर नहीं आती, वे हर परेशानी को हंसते हुए अपने ऊपर ले लेते हैं और किसी को एहसास तक नहीं होते देते हैं।
क्या करें दुनिया ने उन्हें मजबूत की संज्ञा देकर कठोर बनने के लिए मजबूर जो कर दिया है। वे पिता हैं कमजोर नहीं बन सकते, वे पुरुष हैं जल्दी रो नहीं सकते और अगर कभी गलती से आंसू निकलते हैं तो बच्चों के लिए… वो भी सबसे छिपकर वे खुलकर रो नहीं सकते। खुशी के आंसुओं को भी वे दबाए रखते हैं। आज पिता की बात इसलिए क्योंकि एक बेटे ने आज उनकी मेहनत का उन्हें फल दे दिया है, फल भी ऐसे जिसमें भलाई बच्चे की है मगर खुशी औऱ गर्व पिता को। उनका बेटा सीए जो बन गया है और उनकी जिंदगी भर की मेहनत आज रंग लाई है।
मीडिल क्लास के परिवार में अगर एक बेटे की सरकारी नौकरी लग जाए तो सबको लगता है माने जीवन सफल हो गया, जिंदगी जैसे-तैसे निभा जाएगी। उन्हें ज्यादा कुछ पाने की तम्नना जो नहीं होती वे छोटी-छोटी बातों में खुश हो जाते हैं। सोचिए जो पिता रोज सुबह उठकर ऑफिस निकल जाते हैं, दिन भर मेहनत करते हैं और शाम को घर लौटते समय घर की जरूरत की चीजें जैसे सब्जी-किराना लेकर लौटते हैं उन्हें अचानक एक दिन पता चलता है कि उनका बेटा सीए बन गया है।
वे फफक कर बेटे के गले लगकर रो पड़ते हैं मानो जैसे आज उनके दिल का पूरा गुबार निकल आया है। यह कोई कहानी नहीं है बल्कि ऐसा सच में एक पिता के साथ हुआ है, जिसका वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोगों ने कमेंट में कहा है कि बस इसी दिन के लिए बच्चों को मेहनत से पढ़ना चाहिए।
वायरल पोस्ट में जिक्र किया गया है कि एक थका हुआ पिता रोज़ की तरह काम से घर की ओर चल दिया। वह इस बात से अनभिज्ञ था कि उस पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है। जैसे ही वह अपने कंधे पर बैग लटकाए और सब्जियों से भरा एक कैरी बैग लेकर अपने घर के अंदर कदम रखा…उसकी पत्नी ने भावुक होकर रोते हुए कहा “सीए बन गया है ये”।
जिस क्षण बेटे ने अपने पिता को गले लगाया, आंसू एक साथ गर्व, प्यार और राहत जैसे शब्दों से अधिक ज़ोर से बोलने लगे। उम्मीद से शुरू हुए सपने से लेकर चार्टर्ड अकाउंटेंट की उपाधि तक, यह यात्रा सिर्फ उनकी अकेले की नहीं थी… उनके परिवार की भी थी। इस आलिंगन में हर बलिदान, हर प्रार्थना और प्रयास का हर अंश समाहित है जिसने इस क्षण को संभव बनाया…, वह अब सीए रोशन सिन्हा हैं…।
इस वीडियो पर लोगों ने भर-भरकर प्यारे-प्यारे कमेंट किए हैं, आप भी देखिए यह वायरल वीडियो-
