पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक ट्वीट करने के आरोप में भाजपा ने नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर कार्रवाई की तो सोशल मीडिया पर ये मुद्दा ट्रेंड होने लगा। खाड़ी देशों की तीखी प्रतिक्रिया मिलने के बाद तो लोग इसे देश की शान से भी जोड़ने लगे। इस बीच पत्रकार/एंकर रोमाना इसार खान ने बीजेपी द्वारा की गई कार्रवाई की तारीफ की है।

रोमाना इसार खान ने ट्विटर पर नुपुर शर्मा पर कार्रवाई किए जाने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘मिसाल कायम कर दी है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का। प्रधानमंत्री जी का ये कथन ही देश की एकता, अखंडता और समृद्धि का मूलमंत्र है।’ रोमाना के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियायें दे रहे हैं।

यादवेन्द्र कुमार ने लिखा कि ‘अच्छा आज ट्वीट आया है, नूपुर शर्मा ने अशब्द जब बोली थी तब आपका ट्वीट नहीं आया।’ एक यूजर ने लिखा, ‘नाम के साथ खान लगाने से कोई मुसलमान नहीं बनता मैडम। मुसलमान होने के लिए ईमान होना जरूरी है।’ विनोद राठोर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘रोमाना जी,  मोहम्मद साहब को मानती हो ? या ऐसे फैशन के लिए ही नाम के आगे “खान” लगाती हो ?’

विनय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये मोदी जी ने किया है या अमित शाह ने? नड्डा ने किया है या किसी और ने? 8 दिन बाद क्यों किया? पहले क्यों नहीं किया?’ धीरज नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सिर्फ पार्टी से निलंबन, इतना अभूतपूर्व मास्टरस्ट्रोक हो सकता है इसका बिल्कुल अंदाजा नहीं था। वैसे मोदी जी जिन्हें दिल से माफ नहीं कर पाते उन्हें पार्टी से नहीं निकालते और पार्टी से उन्हें ही निकालते हैं जिन्हें दिल से माफ कर देते हैं।’

मुकेश जोशी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह बीजेपी ने कायरता दिखाई है। नुपुर शर्मा ने जो भी बयान दिए वे उन्हीं की किताब के अनुसार दिए हैं। उसमें नुपुर ने कोई गलत नहीं कहा, हम नुपुर का समर्थन करते हैं।’ कुंदन सिंह ने लिखा कि ‘अरे रोमाना जी पार्टी तो इन्हें प्रमोशन देने वाली थी वो तो अन्तराष्ट्रीय दबाब के आगे लेनी की देनी पड़ गई।’

बता दें कि भाजपा ने पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के आरोप में नुपुर शर्मा को पार्टी से सस्पेंड और नवीन जिंदल को पार्टी से बाहर कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग दो धड़ों में बंट गए हैं। कुछ लोग बीजेपी की इस कार्रवाई की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ बीजेपी में नाराज हो रहे हैं।