दिग्गज भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार में उनके विचारों के लिए कोई जगह नहीं है। सोमवार (1 जुलाई, 2019) को भाजपा सांसद ने ट्वीट कर बताया कि ऐसी हालत में वह चीन जा सकते हैं। स्वामी ने कहा, ‘चीन की मशहूर सिंघुआ यूनिवर्सिटी ने सितंबर में मुझे स्कॉलर्स की सभा में बोलने के लिए बुलाया है। विषय है: चीन का आर्थिक विकास- 70 वर्षों की समीक्षा।’ ट्वीट में आगे लिखा गया, ‘चूंकि नमो (नरेंद्र मोदी) को मेरे विचारों को जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है इसलिए मैं चीन जा सकता हूं।’

भाजपा नेता के इस इस ट्वीट कई यूजर्स ने हैरानी जाहिर की है जबकि कई यूजर्स उनके इस बयान पर खूब मजे ले रहे हैं। ट्विटर यूजर धर्मा ने कहा, ‘सिंघुआ यूनिवर्सिटी की वैश्विक रैंकिंग 22 है। स्वामी के लैक्चर से यूनिवर्सिटी को खूब लाभ होगा।’ एक यूजर ने लिखा की चीन जैसा देश डॉक्टर सुब्रमण्यम स्वामी का महत्व जानता है मगर हम भारतीय उनकी कीमत जानने में फेल रहे।’ दिवे सिंह ने लिखा, ‘आपको क्या रोक रहा है। वह कुछ विशेषाधिकार प्राप्त लोगों को छोड़कर किसी को सुनने वाले नहीं हैं।

विकास ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं पीएम के बारे में नहीं जानता, लेकिन भारतीय आपको बहुत उत्सुकता से सुनते हैं, मैं भी।’ याजू महिदा ने लिखा, ‘अपना समय बर्बाद मत कीजिए अगर पीएम मोदी आपकी नहीं सुन रहे हैं। आप वन मैन आर्मी के रूप में काम करने के लिए बेहतर हैं।’ एक ट्वीट में मंघेश ने लिखा, ‘आप राम मंदिर और अन्य हिंदू मुद्दों पर बोलना बंद कर दीजिए तब नमो खुश हो जाएंगे।’

बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी के नाम महज 24 साल की उम्र में ही हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल करने का तमगा है। स्वामी महज 27 की उम्र में हॉवर्ड में ही पढ़ाने लगे थे। हालांकि साल 1968 में उन्हें दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाने का न्योता मिला। बाद में वह दिल्ली आए 1969 में आईआईटी दिल्ली से जुड़ गए।