बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर ही अपनी ही पार्टी पर हमला बोलते नजर आते हैं। वह अपने ट्वीट के जरिए सुर्खियों में बने रहते हैं। नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति पर भी वह निशाना साधते रहते हैं। अफगानिस्तान और तालिबान के मुद्दे पर भी उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए एक ट्वीट किया है। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा है कि जब अफगान‍िस्‍तान में भारत अपनी सेना नहीं भेज सका तो अमेर‍िका के हटने की न‍िंदा क‍िस मुंह से कर रहा।

अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा कि अमेरिका की आलोचना करने का हमें कोई अधिकार नहीं है, कि वो अफगानिस्तान को इस हालत में छोड़कर चला गया। क्योंकि जो भी हम अमेरिका के लिए कहेंगे वही कहीं न कहीं हमने भी किया है।

उन्होंने आगे लिखा कि अफगानिस्तान हमारे कश्मीर के बॉर्डर पर है फिर भी हमने कुछ भी नहीं किया, हम चाहते तो अमेरिकी सेना के जाते ही हम अपनी सेना वहां भेज सकते थे, लेकिन हम भी सबका मुंह ताकते बैठे रहे.. कि कोई और नहीं आया तो हम क्यों जाएं। बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के इस ट्वीट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।

एक ट्विटर यूजर ने उनसे सवाल पूछा कि राजीव गांधी ने भारतीय सैनिकों को श्रीलंका भेजा था। क्या उनके द्वारा किया गया यह काम सही था? इसका जवाब देते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि, ‘ बिल्कुल, लेकिन उन्हें वीपी सिंह की सरकार ने धोखा दिया था। 1988 में राजीव गांधी ने सेना भेजी थी और श्रीलंका के उग्रवादी संगठन द्वारा कब्जा किए जा रहे द्वीपों से भारत को बचाया था।

बता दें कि हाल में ही बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तालिबान के मुद्दे पर कहा था कि भारत सरकार को अमरुल्लाह सालेह और मसूद के बेटे की अगुवाई वाले स्वतंत्र अफगानिस्तान पर विचार करना चाहिए। वे अफगानिस्तान की घाटी में हैं और नॉर्दर्न अलायंस को लीड कर रहे हैं। अब चुप रहकर मोदी केवल पाकिस्तान और तालिबान का हौसला बढ़ाएंगे। जानकारी के लिए बता दें कि अफगानिस्तान में कब्जा कर चुके तालिबान ने नई सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।