हैदराबाद के गोशमहल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक टी राजा सिंह लोध ने एकबार फिर एक अंग्रेजी समाचार चैनल पर हिंदू राष्ट्र को लेकर भड़काऊ और विवादित बयान दिया है। बीजेपी विधायक टाइम्स नाउ पर अपनी बात रख रहे थे। राजा सिंह के विवादित और भड़काऊ बयान के जिस हिस्से का वीडियो समाचार चैनल ने ट्वीट किया है, उसमें वह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं- ”…हरी किताब में ये लिखा हुआ है हिंदुओं को काटो, हिंदुओं को मारो, उनकी स्त्रियों से बलात्कार करो, उनको पत्थर मार-मारके खत्म कर दो, ऐसा वो हरी किताब में लिखा हुआ है। ..और आज मैं और एक सपना देखता हूं.. अखंड हिंदू राष्ट्र की स्थापना का सपना। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने.. ये मेरा सपना, गौ माता पूरे भारत देश में नहीं, पूरे विश्व में गौ माता को राजमाता का दर्जा मिले, गौ हत्या पर प्रतिबंध लगे, ये मेरा सपना। बंदूक की नोक पर मेरे काश्मीर में मेरे पंडितों को बसाया जाए, ये मेरा सपना.. और जो कोई भी हिंदू समाज को खत्म करने की बात करे, भारत देश पर आक्रमण करने की बात करे, ऐसे लोगों को बात से नहीं, इन….. बीच चौराहे पे खड़े करके गोलियों से उड़ा दे, तोप से उड़ा दे, तलवार से इनकी गर्दन काट दे, उस प्रकार का मैं भारत देखना चाहता हूं। सेक्युलर….. की वजह से ही भारत देश में मुगल राज करे, सेक्युलर….. की वजह से ही भारत देश पर दो सौ साल अंग्रेज राज करे।”

बीजेपी विधायक राजा सिंह ने पंश्चिम बंगाल में हिंदुओं की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि प्रोस्टेस्ट से काम नहीं चलेगा, जिस भाषा में ये लोग समझें, उसे भाषा में काम करना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी आतंकवादी बंगाल में हिंदुओं को मार रहे हैं, अगर वहां की सरकार कारवाई नहीं करती है तो मजबूरन बंगाल के हिंदुओं को तलवार-हथियार उठाने की आवश्यकता है।

यह पहला मौका नहीं है जब राजा सिंह ने अपने कट्टर विचार इस तरह रखे हों। पिछले दिनों राजा सिंह ने फेसबुक के माध्यम से अपना एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने मांगें पूरी ने होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लेते हुए पार्टी छोड़ने की धमकी दी थी। राजा सिंह ने कहा था कि अगर 2019 तक राम मंदिर नहीं बना तो वह पार्टी छोड़ देंगे। कैराना उपचुनाव की बात करते हुए उन्होंने कहा था कि हिंदू भाइयों के झगड़े में बीजेपी वह सीट हार गई थी। राजा सिंह ने यहां तक कहा था कि उनके लिए धर्म और देश पहले है राजनीति बाद में। राजा सिंह पर हैदराबाद में धार्मिक भावनाएं भड़काने का भी आरोप लग चुका है।